दीपावली त्यौहार नजदीक होने के बावजूद देवीपुर चौराहे में पसरा रहता है सन्नाटा, जाने वजह
कानपुर देहात के देवीपुर चौराहा में पुल के नीचे दीपावली त्यौहार नजदीक होने के बावजूद पसरा रहता है सन्नाटा ।देवीपुर चौराहा में पुल के नीचे कुछ छोटे दुकानदार अपनी रेहड़ी ठेला को लगा कर जीवन यापन कर रहे थे अब उन्हें पुल के नीचे से हटा दिया गया है जिससे उनके रोजमर्रा की जिंदगी में भूचाल सा आ गया है अतिक्रमण हटाओ अभियान के अंतर्गत छोटे-छोटे चौराहों पर भी ठेले रेहड़ी वालों को हटा दिया गया है
विमल गुप्ता, मलासा / देवीपुर। कानपुर देहात के देवीपुर चौराहा में पुल के नीचे दीपावली त्यौहार नजदीक होने के बावजूद पसरा रहता है सन्नाटा ।देवीपुर चौराहा में पुल के नीचे कुछ छोटे दुकानदार अपनी रेहड़ी ठेला को लगा कर जीवन यापन कर रहे थे अब उन्हें पुल के नीचे से हटा दिया गया है जिससे उनके रोजमर्रा की जिंदगी में भूचाल सा आ गया है अतिक्रमण हटाओ अभियान के अंतर्गत छोटे-छोटे चौराहों पर भी ठेले रेहड़ी वालों को हटा दिया गया है जिससे किसी प्रकार की कोई भी दुर्घटना से बचा जा सके। लेकिन इससे छोटे दुकानदारों को जीवन यापन करने मैं बहुत कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है ये एक समस्या बन गई है। रोज कमाकर अपना परिवार पाल रहे दुकानदारों ने बताया की दिवाली का त्यौहार सर पर है । इसे अब हम कैसे मनाएंगे अगर कमाएंगे नहीं तो कैसा त्यौहार होगा। क्षेत्रीय लोगों से बात हुई तो उन्होंने बताया कि अतिक्रमण वहां का हटाना बेहद जरूरी है जहां दुकानदारों के द्वारा रोड जाम कर लिया जाता है और तब वहां आम जनता के लिए सुगम आवागमन में दिक्कतें आती हैं जैसे पुखरायां का मेन रोड स्टेशन की तरफ जाता है। बरौर का रोड जो दिल्ली हाईवे से देवीपुर में कानपुर झांसी हाइवे को जोड़ता है।
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अकबरपुर माती या अन्य कस्बों में जहां दुकानदार सड़कों पर अपना सामान लगाते हैं। ठेले वालों को हटाना उनकी रोजमर्रा की जिंदगी में एक बहुत बड़ी समस्या खड़ी कर देने जैसा है क्योंकि इनसे अतिक्रमण स्थाई नहीं होता है यह अस्थाई होता है ठेले को कभी भी तुरंत हटाया जा सकता है अगर कोई दिक्कत आ रही होती है तो । झांसी कानपुर हाईवे आटा टोल से लेकर बारा टोल तक जहां भी हाइवे किनारे अतिक्रमण से दिक्कत हो उसे तत्काल हटाया जाए।
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लेकिन गरीब लोगों की रोजी-रोटी ठेलों, रेहड़ी से ही चलती है और त्यौहार के समय ऐसे दुकानदारों को वहां से हटाना उनके परिवार की खुशियां छीनने के बराबर है ।एक यात्री ने बताया कि रोज कमाकर खाने वाले हाईवे पर ठेले वाले हैं। कम से कम इनको त्यौहार तक तो ठेला लगाने के अनुमति मिलनी ही चाहिए ताकि ये गरीब लोग भी अपना त्यौहार परिवार के साथ खुशियों के साथ मना सके अगर जरूरी हो तो दीवाली के बाद हटा दिया जाये। इनका दीपावली का त्यौहार यहां से हटा देने के बाद खराब होने से कोई नहीं रोक पा रहा है क्योंकि कमाई का कोई जरिया नहीं है । आटा टोल की नेशनल हाइवे पेट्रोलिंग टीम व प्रशासन से ये आग्रह है कि अपने उच्च अधिकारियों को इन गरीबों की समस्या से अवगत करा कर इनको दीवाली गिफ्ट देनें की कृपा करें। ये मांग है आम जनमानस की उन छोटे-छोटे दुकानदार , ठेला ,रेहड़ी वालों के लिए।