बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में पुनः सर्वे कर छूटे हुए लाभार्थियां को लाभ त्वरित रूप से दिया जायेः नोडल अधिकारी
प्रमुख सचिव, सामान्य प्रशासन, भाषा, उ०प्र० पुनर्गठन समन्वय, राष्ट्रीय एकीकरण विभाग, उ०प्र०शासन/जनपद का नोडल अधिकारी श्री जितेन्द्र कुमार द्वारा भोगनीपुर तहसील क्षेत्र के बाढ़ क्षेत्र नया पुरवा में चौपाल लगाई, चौपाल के दौरान उन्होंने अतिवृष्टि एवं बाढ़ के दौरान हुए नुकसान के संबंध में बाढ़ पीड़ित लोगों की समस्याएं सुनी.
- नोडल अधिकारी ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण कर समीक्षा के दौरान दिये आवश्यक दिशा निर्देश
पुखरायां , अमन यात्रा : प्रमुख सचिव, सामान्य प्रशासन, भाषा, उ०प्र० पुनर्गठन समन्वय, राष्ट्रीय एकीकरण विभाग, उ०प्र०शासन/जनपद का नोडल अधिकारी जितेन्द्र कुमार द्वारा भोगनीपुर तहसील क्षेत्र के बाढ़ क्षेत्र नया पुरवा में चौपाल लगाई, चौपाल के दौरान उन्होंने अतिवृष्टि एवं बाढ़ के दौरान हुए नुकसान के संबंध में बाढ़ पीड़ित लोगों की समस्याएं सुनी, इस दौरान ग्राम प्रधान द्वारा नोडल अधिकारी को पुष्पगुच्छ देकर स्वागत किया, चौपाल के दौरान ग्रामीणों द्वारा बताया गया कि यहां पर प्रतिवर्ष बाढ़ आती है इसलिए पानी निकासी हेतु उचित प्रबंध किए जाएं, इस पर प्रमुख सचिव ने सिंचाई विभाग व राजस्व विभाग की टीम गठित कर एक कार्य योजना बनाए जाने के निर्देश दिए, वही बताया गया कि ग्रामीणों की फसलों के नुकसान हेतु उनके मुआवजा हेतु किसानों के खाते में जमीन के अनुसार उनके खाते में धनराशि भेजी गई हैं, वहीं उन्होंने ग्रामीणों को सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं से लाभान्वित किए जाने हेतु संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया, उन्होंने लेखपाल, उप जिलाधिकारी भोगनीपुर को निर्देशित किया कि जो लोग अभी भी छूटे गए हैं उनके पुनः सर्वे करा लिया जाए तथा उनको लाभान्वित किया जाए, वही प्रमुख सचिव ने किसानों को राई बीज की मिनी किट वितरित किये। इसके पश्चात उन्होंने प्राथमिक विद्यालय का निरीक्षण किया तथा बच्चों से शिक्षा के सम्बन्ध में जानकारी ली, वही बच्चों ने कविता सुनाई जिसकी उन्होंने प्रसंसा की व शिक्षकों को अच्छी शिक्षा प्रदान करने पर उत्साह वर्धन किया।
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तत्पश्चात उन्होंने कलेक्ट्रेट सभागार कक्ष में बाढ़ अतिवृष्टि व अन्य राहत सम्बन्धित कार्यो की गहन समीक्षा की, जिसमें उन्होंने जनपद स्तर पर स्थापित किये गये कन्ट्रोल रूम के संचालन सम्बन्धी आवश्यक जानकारी की, जिसमें अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व द्वारा बताया गया कि बाढ़, अतिवृष्टि व अन्य राहत सम्बन्धित सभी जानकारियां प्रतिदिन कन्ट्रोल रूम द्वारा एकत्रित कर समीक्षा की जाती थी, तथा नियमित रूप से आने वाली शिकायतों का निस्तारण प्रभावी रूप से सम्पादित किया जाता था। उन्होंने जनपद, ब्लाक तथा ग्राम स्तर पर स्थापित आपदा प्रबन्धन समिति द्वारा करी गई बैठकों के सम्बन्ध में जानकारी की, जिसमें बताया गया कि जनपद में माह जुलाई से ही सभी बैठकों का आयोजन कर बाढ़ सम्बन्धी सभी आपदाओं से निपटने हेतु पूर्व से ही टेण्डर आदि कराये जा चुके थे तथा सभी द्वारा शून्य घटनाओं के प्रति सजग होकर कार्यवाही सुनिश्चित की गयी। उन्होंने बताया कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में बाढ़ राहत सामग्री के अन्तर्गत खाद्यान तथा डिगनिटी किट का वितरण जनपद के तीन तहसीलों में प्रभावित लगभग 19 हजार ग्रामीणों के परिवारों को पहुचाई गयी। जिलाधिकारी नेहा जैन द्वारा बताया गया कि जिन ग्रामों में बाढ़ की संभावना थी उन स्थलों पर साफ सफाई व्यवस्था सुनिश्चित करायी गयी थी तथा बाढ़ के समय, समय पर बाढ़ राहत सामग्री तथा शरणार्थियों हेतु राहत कैम्पों/बाढ़ चौकियों की व्यवस्था सुनिश्चित की गयी एवं विशेष रूप से पशुओं हेतु पशु शेड का निर्माण, टीकाकरण कैम्प आदि भी सुनिश्चित किया गया।
उन्होंने जिला कृषि अधिकारी से जनपद में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के अन्तर्गत आने वाले कृषकों के हुए फसल नुकसान की भरपाई हेतु आवश्यक प्रश्न किये जिसमें उनके द्वारा बताया गया कि तहसील भोगनीपुर व सिकन्दरा में लगभग 2700 कृषकों द्वारा बीमा कराया गया था, जिनकों लाभ दिलाने के उद्देश्य से तत्काल सर्वे कराकर जिलाधिकारी के माध्यम से शासन को रिपोर्ट प्रेषित की जा चुकी है। उन्होंने बताया कि केन्द्र तथा राज्य सरकार का अंशदान प्राप्त होते ही सम्बन्धित कृषकों को त्वरित लाभ दिया जायेगा। उन्होंने इसके अतिरिक्त भी अन्य योजनाओं से ऐसे कृषकों को प्राथमिकता के आधार पर उनके हुए नुकसान की भरपाई किये जाने हेतु आवश्यक निर्देश दिये। उन्होंने मुख्य पशु चिकित्साधिकारी से स्थापित चौकियों के सम्बन्ध में जानकारी की कि जिसमें उनके द्वारा बताया गया कि बाढ़ के दौरान राजपुर, सिकन्दरा तथा भोगनीपुर में विभिन्न चौकियों की स्थापना की गयी, जिसमें गलाघोटू, थनैला आदि रोगों के उपचार हेतु टीकाकरण व नियमित कैपिंग की गयी। इसके अतिरिक्त उन्होंने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में नाव तथा नाविकों की उपलब्धता के सम्बन्ध में जानकारी की जिसमें अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व द्वारा बताया गया कि जनपद में पूर्व से ही तैयारियां सुनिश्चित करने से समय पर नाव तथा नाविकों की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित की गयी, जिसके दृष्टिगत मा0 जनप्रतिनिधिगणों द्वारा भी समय-समय पर निरीक्षण किया गया।
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इसके अतिरिक्त उन्होंने जनपद के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के ग्रामीणों को अतिवृष्टि से घायल तथा पशु हानि, मकान क्षति के दृष्टिगत राहत दिये जाने की समीक्षा की, जिसमें अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व द्वारा बताया गया कि जनपद में अतिवृष्टि से दो व्यक्ति घायल, आठ पशु हानि तथा अभी तक लगभग 869 मकान हानि की सूचना एकत्रित की गयी है तथा सर्वे अभी भी जारी है, जिससे कोई भी पात्र व्यक्ति लाभ से वंचित न रहे। इसके अतिरिक्त उन्होंने पूर्व में जनप्रतिनिधियों द्वारा की गई समीक्षाओं के कार्यवृत्त पर की गयी कार्यवाही के सम्बन्ध में भी आवश्यक प्रश्न किये, जिसमें अभी तक हुई प्रगति पर संतोष व्यक्त करते हुए समस्त प्रगति को सूचीवद्ध कर शीघ्र उपलब्ध कराये जाने के निर्देश दिये। इस मौके पर जिलाधिकारी नेहा जैन, मुख्य विकास अधिकारी सौम्या पाण्डेय, अपर जिलाधिकारी प्रशासन केशव नाथ गुप्ता, अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व जेपी गुप्ता सहित अन्य विभागीय अधिकारीगण उपस्थित रहे।