थोड़ी देर ठहर जाऊं पीपल की छांव में
दूर से चल के आया हूं तेरे गांव में।
ना भूंख देखी ना मैने देखी प्यास
नंगे पांव चल दिया ले के पिया की आस।
छाले भी पड़ गए मेरे पांव में
दूर से चल के आया हूं तेरे गांव में
थोड़ी देर ठहर जाऊं…..।
तेरी लगन तुझ तक मुझे खींच ही लाई
पत्थर मिले रास्ते में ठोकर भी खाई।
कांटे भी चुभ गए मेरे पांव में
दूर से चलके आया हूं तेरे गांव में।
थोड़ी देर ठहर जाऊं…..।
तरसती थीं अंखियां होते नहीं दर्शन।
सांवरे की याद में भटकता था मन
बेड़ियां पड़ीं थीं मेरे दोनों पांव में।
दूर से चलके आया हूं तेरे गांव में
थोड़ी देर ठहर जाऊं पीपल की छांव में।
गीतकार अनिल कुमार दोहरे
कानपुर देहात: तहसीलदार अकबरपुर ने बताया कि सूक्ष्म एवं लघु उद्यम फैसिलिटेशन काउंसिल, कानपुर से…
कानपुर देहात: अगर आप नौकरी की तलाश में हैं, तो यह खबर आपके लिए है!…
कानपुर देहात: संदलपुर ब्लॉक की ग्राम पंचायत अकना की प्रधान मोहिनी सिंह के अनुरोध पर,…
कानपुर देहात: महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाते हुए, नव…
कानपुर देहात: अब कानपुर देहात के किसान भी अपनी कमाई बढ़ा सकते हैं! सरकार ने…
कानपुर देहात: जनपद के किसानों को समय से, पर्याप्त मात्रा में तथा पारदर्शी व्यवस्था के…
This website uses cookies.