व्यक्ति आत्म केंद्रित नहीं अपितु समाज केंद्रित बनना चाहिए : एल0 वेंक्टेश्वर लू
प्रमुख सचिव, परिवहन विभाग एवं महानिदेशक, उपाम, उ0प्र0 शासन एल0 वेंक्टेश्वर लू द्वारा कलेक्ट्रेट सभागार कक्ष में अभ्युदय योजना पर आधारित पर समीक्षा बैठक आयोजन किया गया।
- समाज के उत्थान में बुद्धिजीवि वर्ग का योगदान महत्वपूर्ण : प्रमुख सचिव
- शिक्षा की गुणवत्ता में नियमित सुधार कर अभ्युदय योजना की सार्थकता को करें सिद्ध
अमन यात्रा , कानपुर देहात : प्रमुख सचिव, परिवहन विभाग एवं महानिदेशक, उपाम, उ0प्र0 शासन एल0 वेंक्टेश्वर लू द्वारा कलेक्ट्रेट सभागार कक्ष में अभ्युदय योजना पर आधारित पर समीक्षा बैठक आयोजन किया गया। जैसा कि विदित है कि अभ्युदय योजना का उद्देश्य सिविल सेवा व अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए इच्छुक लोगों के लिए एक मुफ्त मंच प्रदान करना है, इस महत्वपूर्ण योजना में अनेक आईपीएस, आईएएस, आईएफएस रैंक के अधिकारी इच्छुक उम्मीदवारों को साक्षात कक्षाओं व वर्चुअल माध्यम से शिक्षा दे रहे है, इसी की समीक्षा करते हुए एल0 वेंक्टेश्वर लू ने कहा कि जो भी प्रतिभाशाली बच्चें दूर दराज क्षेत्रों में आवासित है उन्हें इस योजना के तहत अवसर प्रदान किया जाये, उन्होंने कहा कि पढ़ने वाले और पढ़ाने वाले की गुणवत्ता बेहतर होनी चाहिए, एक कालेज में एक कक्षाऐं चले ताकि सभी बच्चों पर समान रूप से ध्यान दिया जा सके।
मुख्यमंत्री का उद्देश्य है कि उत्तर प्रदेश के प्रतिभाशाली छात्र एवं छात्राऐं जो पढ़ने के लिए बाहर जाते है उनको यही पर एक बेहतर महौल प्रदान किया जाये, जिससे उनकी प्रतिभा को एक मुकाम मिल सके, वास्तव में यह ‘‘अमृत महोत्सव‘‘ का समय चल रहा है जिसका उद्देश्य ही है कि समाज के सभी लोगों को सामान अवसर व प्रतिनिधित्व प्रदान करना, वास्तव में यह योजना हमें समाज के प्रति कुछ योगदान करने हेतु प्रेरित और प्रोत्साहित करती है। हमारे संविधान में निहित प्रस्तावना में समान अवसर व प्रतिष्ठा की बात की गयी है, यह प्रतिष्ठा और अवसर की समान्यता तभी आयेगी जब हमारे देश का नवनिर्माण हो सके और युवाओं को दिग्भ्रमित होने से बचाया जा सके और यह लक्ष्य केवल बातों का सीमित नही रहना चाहिए बल्कि हमें इसमें काम भी करना है, जिले के सभी जिम्मेदार अधिकारी अपनी महती भूमिका इसमें अदा करें। उन्होंने आगे कहा कि हम कुछ रचनात्मक कार्य करें, वास्तव में यह व्यवसाय नहीं अपितु विजन है जिसको हमें मानवता के आधार पर पूरा करना है।
उन्होंने कहा कि व्यक्ति आत्म केन्द्रित नही अपितु समाज केन्द्रित बनना चाहिए, जिससे आपकी प्रतिभा और सहयोग का लाभ अन्य प्रतिभाऐ भी उठा सके। उन्होंने अभ्युदय योजना के अन्तर्गत अपना सहयोग दे रहे शिक्षकों को सराहा एवं छात्र-छात्राओं को मोमेन्टों व प्रशस्ति पत्र देकर उनका उत्साहवर्धन किया। इस मौके पर जिलाधिकारी नेहा जैन, पुलिस अधीक्षक सुनीति, मुख्य विकास अधिकारी सौम्या पाण्डेय, अपर जिलाधिकारी प्रशासन केशवनाथ गुप्त, अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व जेपी गुप्ता, मुख्य चिकित्साधिकारी डा0 एके सिंह, जिला समाज कल्याण अधिकारी डा0 प्रज्ञा शंकर, एआरटीओ प्रशासन मनोज वर्मा, एआरटीओ प्रवर्तन सोमलता यादव आदि उपस्थित रहे।