एटीएम मशीनों के साथ छेड़छाड़ कर बैंको को लाखों की चपत लगाने वाला अन्तर्राज्यीय गिरोह का मास्टर माइन्ड अपने दो साथियों के साथ गिरफ्तार
पुलिस अधीक्षक औरैया चारु निगम के कुशल निर्देशन व अपर पुलिस अधीक्षक औरैया शिष्यपाल के निकट पर्यवेक्षण तथा क्षेत्राधिकारी सदर प्रदीप कुमार के नेतृत्व में साइबर/सर्विलांस/एसओजी व थाना कोतवाली औरैया पुलिस की संयुक्त टीम द्वारा बड़ी कार्यवाही करते हुए 03 अन्तर्राज्यीय गिरोह के मास्टर माइन्ड को उसके दो साथियों के साथ गिरफ्तार कर कब्जे से विभिन्न बैंको के 109 ATM व रु0 70,000 नगद बरामद करने में उल्लेखनीय सफलता प्राप्त की ।
विकास सक्सेना , औरैया। पुलिस अधीक्षक औरैया चारु निगम के कुशल निर्देशन व अपर पुलिस अधीक्षक औरैया शिष्यपाल के निकट पर्यवेक्षण तथा क्षेत्राधिकारी सदर प्रदीप कुमार के नेतृत्व में साइबर/सर्विलांस/एसओजी व थाना कोतवाली औरैया पुलिस की संयुक्त टीम द्वारा बड़ी कार्यवाही करते हुए 03 अन्तर्राज्यीय गिरोह के मास्टर माइन्ड को उसके दो साथियों के साथ गिरफ्तार कर कब्जे से विभिन्न बैंको के 109 ATM व रु0 70,000 नगद बरामद करने में उल्लेखनीय सफलता प्राप्त की ।
जनपद में साइबर अपराध एवं अपराधियों पर अंकुश लगाये जाने के दृष्टिगत पुलिस अधीक्षक औरैया चारु निगम के द्वारा जारी निर्देशों के क्रम में कल दिनांक- 29.11.2022 को उ0नि0 तन्मय चौधरी व उ0नि0 बृजेश भार्गव मय हमराहीगण थाना कोतवाली औरैया द्वारा बैंकों व बैंक एटीएम मशीनों की सुरक्षा व्यवस्था व आस-पास संदिग्धों की चेकिंग के दौरान मुखबिर द्वारा सूचना प्राप्त हुई कि तीन अलग-अलग मोटर साइकिल पर सवार साइबर अपराधी जोकि बैंक एटीएम मशीनो से छेड़छाड़ कर पैसों की जालसाजी करते है। फफूंद रोड नहर पुल के पास खड़े है। इस सूचना का तत्काल संज्ञान लेते हुए कोतवाली पुलिस टीम मय साइबर/सर्विलांस व एसओजी टीम द्वारा मौके पर पहुंचकर अभियुक्तगणों की योजनाबद्ध तरीके से आवश्यक घेराबन्दी कर तीनो अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तार अभियुक्तों के कब्जे से विभिन्न बैंको के कुल 109 एटीएम व रु0 70,000 नगद बरामद हुए। गिरफ्तार अभियुक्तों के विरुद्ध थाना कोतवाली औरैया में मु0अ0सं0 1056/22 धारा 420/411 IPC व 66D IT ACT चालान माननीय न्यायालय किया गया।
गिरफ्तार अभियुक्तगणों द्वारा पूंछतांछ के दौरान मुख्य अभियुक्त मनमोहन द्वारा बताया गया कि मैं व मेरे गिरफ्तार अन्य दो साथियों द्वारा मिलकर इन जालसाजी की घटनाओं को अंजाम दिया जाता था घटना को अंजाम देने के लिए दिनेश व रोहित द्वारा अपने आस-पास के भोले-भाले लोगों व अपने परिचितों को बहलाफुसलाकर व सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाने के नाम पर उनका बैंक में खाता खुलाकर उनके खाता, ATM व पिन प्राप्त कर लेते थे।
प्राप्त खाते में कुछ रुपये जमा कर उन्ही जमा पैसों को निकालने के लिए हम लोगों द्वारा अन्य राज्यों में जाकर ATM मशीनों से पैसा निकालने के दौरान ATM मशीनों में छेडछाड़ कर पैसों की निकासी कर लेते थे तथा तकनीकि समस्या दिखाकर सम्बन्धित बैंक को पैसे प्रात्त न होने की ऑनलाइन शिकायत दर्ज करा देते थे जिससे छेडछाड़ कर निकाली गई धनराशि पुनः खातों में आ जाती थी। प्राप्त पैसों को आपस में बांट लेते थे तथा अपने-अपने शौख पूरे करते थे यह काम है पिछले करीब 02 सालों से कर रहे है।