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जिलाधिकारी नेहा मोहम्मदपुर ग्राम वाशियों से क्यों हुई नाराज ? जाने वजह !
जिलाधिकारी नेहा जैन ने आज प्रातः करीब 10:00 भोगनीपुर तहसील क्षेत्र के मोहम्मदपुर गांव का भ्रमण किया। भ्रमण के दौरान सर्वप्रथम जिलाधिकारी ने राशन वितरण की दुकान का निरीक्षण किया।
- जिलाधिकारी नेहा ने ग्राम मोहम्मदपुर के राशन दुकान, प्राथमिक विद्यालय, आंगनवाड़ी केंद्र, आयुर्वेदिक चिकित्सालय आदि का किया निरीक्षण, व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने हेतु संबंधित अधिकारिर्यों को दिए निर्देश
- हैंडपंपों में पड़ी समरसेबल द्वारा पानी ज्यादा निकासी किए जाने पर जिलाधिकारी ने ग्रामीण जनों पर कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुए निर्देशित किया कि ज्यादा पानी बर्बाद ना करें.
- क्योंकि पानी का रिचार्ज बहुत ही कम होता है, इससे वाटर लेवल बहुत ही नीचे पहुंच रहा है, इसलिए सभी लोग पानी को बचाएं।
विमल गुप्ता, मलासा : जिलाधिकारी नेहा जैन ने आज प्रातः करीब 10:00 भोगनीपुर तहसील क्षेत्र के मोहम्मदपुर गांव का भ्रमण किया। भ्रमण के दौरान सर्वप्रथम जिलाधिकारी ने राशन वितरण की दुकान का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उचित दर विक्रेता महेंद्र सिंह ने जिलाधिकारी को बताया कि राशन वितरण समय से होता है तथा सभी कार्ड धारकों को पूर्ण उपलब्ध करा दिया जाता है, इस पर जिलाधिकारी ने ग्रामीण जनों से राशन वितरण की जानकारी ली, जिसमें सभी ग्रामीणों ने बताया कि राशन समय से उपलब्ध करा दिया जाता है, वही आज से शुरू हुए राशन वितरण का जिलाधिकारी द्वारा शुभारंभ किया गया, उन्होंने प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत 15 किलो चावल वितरित किया। उन्होंने राशन दुकानदार को निर्देशित किया कि सभी को समय से राशन वितरण करे। उन्होंने जांच कराने के निर्देश दिए कि जो व्यक्ति अभी सामान्य कार्ड धारक है एवं वह अंत्योदय हेतु पात्र है उनको चिन्हांकित कर पात्रता सूची में जो उनसे कम पात्र हैं को चिन्हित कर वरीयता के अनुसार चिन्हित करते हुए अंतोदय में रखा जाए। इसमें किसी प्रकार की लापरवाही ना की जाए। वहीं उन्होंने कहा कि सभी अंत्योदय कार्ड धारको का आयुष्मान कार्ड शत प्रतिशत बनाया जाए, तथा आयुष्मान कार्ड धारकों को योजना के बारे में प्रचार प्रसार कर जानकारी उपलब्ध कराएं।
इसके पश्चात जिलाधिकारी ने गांव का भ्रमण किया। भ्रमण के दौरान ग्राम प्रधान द्वारा बताया गया कि कुछ अराजक व्यक्तियों द्वारा चकरोड निर्माण में बाधा उत्पन्न करते हैं, इस पर जिलाधिकारी ने उपस्थित उप जिलाधिकारी भोगनीपुर, तहसीलदार आदि को निर्देशित करते हुए कहा कि मौके पर राजस्व एवं पुलिस टीम के साथ चकरोड का निर्माण कराएं। वही हैंडपंपों में पड़ी समरसेबल द्वारा पानी ज्यादा निकासी किए जाने पर जिलाधिकारी ने ग्रामीण जनों पर कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुए निर्देशित किया कि ज्यादा पानी बर्बाद ना करें, क्योंकि पानी का रिचार्ज बहुत ही कम होता है, इससे वाटर लेवल बहुत ही नीचे पहुंच रहा है, इसलिए सभी लोग पानी को बचाएं। इसके पश्चात जिलाधिकारी ने प्राथमिक विद्यालय मोहम्मदपुर का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान प्रधानाचार्य विष्णु कुमार द्वारा बताया गया कि विद्यालय में 116 बच्चों के पंजीकृत के सापेक्ष 45 बच्चे उपस्थित हैं।
इस पर जिलाधिकारी ने प्रधानाचार्य पर कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुए बच्चों की शत-प्रतिशत उपस्थिति दर्ज कराए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि विद्यालय में सभी बच्चे सर्दी के चलते स्वेटर, मोजा, जूता, ड्रेस के साथ विद्यालय में पठन-पाठन का कार्य करे। वही जिलाधिकारी ने बच्चों से पठन-पाठन की जानकारी ली। जिलाधिकारी ने रसोईघर का भी निरीक्षण किया। रसोईघर में उपस्थित रसोईया द्वारा बताया गया कि आज दाल, रोटी दिए जाने का दिन है, इस पर जिलाधिकारी ने निर्देशित किया कि मध्यान भोजन में गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखें।
वहीं पर नये निर्माणाधीन आंगनवाड़ी बंद पाए जाने पर, जिलाधिकारी ने 10 दिन के अंदर साफ सुथरा कर आंगनवाड़ी निर्माणाधीन भवन में संचालित किए जाने के निर्देश दिए। वहीं पर संचालित मोहम्मदपुर प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय आंगनवाड़ी का जिलाधिकारी निरीक्षण किया।
निरीक्षण के दौरान सभी आंगनवाड़ी केंद्रों में बच्चों की उपस्थिति कम पाए जाने पर जिलाधिकारी ने कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुए उपस्थित आंगनवाड़ी कार्यकर्ती को निर्देशित किया कि बच्चों की उपस्थिति शत-प्रतिशत पूर्ण करें, जिलाधिकारी ने निर्देशित किया कि बच्चों को समय से पोषण सामग्री का वितरण किया जाए, तथा पोषक ट्रैकर एप में सभी का फीडिंग शतप्रतिशत पूर्ण करें। जिलाधिकारी ने इसके पश्चात जर्जर पंचायत भवन में संचालित आयुर्वेदिक चिकित्सालय का निरीक्षण किया, चिकित्सालय में उपस्थित फार्मासिस्ट ने बताया कि करीब प्रतिदिन 30-35 ओपीडी होती है, जिसमें ज्यादातर मरीज पेट एवं खुजली के आते हैं इस पर जिलाधिकारी ने निर्देशित किया कि मरीजों का इलाज सही प्रकार से करें।
वहीं पर ग्राम प्रधान ने जिलाधिकारी को अवगत कराया कि पंचायत भवन निर्माण हेतु जगह पर कुछ अराजक लोगों द्वारा नया पंचायत भवन निर्माण किए जाने में अवरोध उत्पन्न करते हैं, इस पर जिलाधिकारी ने उपस्थित संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया कि पुलिस टीम एवं राजस्व टीम के साथ पंचायत भवन के निर्माण कार्य पूर्ण कराया जाए।
जिलाधिकारी ने ग्रामीण जनों की समस्याओं को सुना एवं उनके निस्तारण हेतु उपस्थित अधिकारियों को निर्देशित किया। उन्होंने ग्राम प्रधान को निर्देशित किया कि गांव में साफ सफाई ठीक प्रकार से कराएं तथा नाली चकरोड भी साफ कराएं। इस मौके पर उप जिलाधिकारी भोगनीपुर, तहसीलदार भोगनीपुर, जिला पूर्ति अधिकारी आदि अधिकारीगण एवं ग्रामीण जन उपस्थित रहे।