कानपुर देहात अग्निकांड : इकलौती बेटी के हाथ पीले करने की चल रही थी तैयारी, भाई बोले- अब कौन बांधेगा राखी
मैथा तहसील की मड़ौली ग्राम पंचायत के चालहा गांव निवासी कृष्ण गोपाल बेटी नेहा के हाथ इसी साल पीले करने की तैयारी में थे। शायद होनी को कुछ और ही मंजूर था। प्रशासन की ओर से कब्जा हटाने की कार्रवाई के दौरान छप्पर में आग लगने से नेहा व उसकी मां प्रमिला की जलकर मौत हो गई।
अमन यात्रा, कानपुर देहात। मैथा तहसील की मड़ौली ग्राम पंचायत के चालहा गांव निवासी कृष्ण गोपाल बेटी नेहा के हाथ इसी साल पीले करने की तैयारी में थे। शायद होनी को कुछ और ही मंजूर था। प्रशासन की ओर से कब्जा हटाने की कार्रवाई के दौरान छप्पर में आग लगने से नेहा व उसकी मां प्रमिला की जलकर मौत हो गई।दोनों की याद कर परिजन बिलखते रहे। गांव निवासी भांजी कंचन ने बताया कि परिवार में मामी प्रमिला सबसे प्यारी थीं। हर किसी को सम्मान देती थीं। घर आने वाले मेहमान को बिना खाना खाए जाने नहीं देती थीं। मामी के परिवार में इकलौती बेटी नेहा थी। वह भी सबसे मिलनसार थी।
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शादी की उम्र होने के चलते घर वाले रिश्ता देख रहे थे। पिछले माह कानपुर नगर में एक अच्छा रिश्ता देखा गया था। दोनों परिवारों में शादी को लेकर बात चल रही थी। कंचन के अनुसार मामा कृष्ण गोपाल 2023 में ही बेटी के हाथ पीले करने की तैयारी कर रहे थे। लेकिन किसी को क्या पता था कि काल का क्रूर चक्र कुछ और ही सोचे बैठा है। प्रशासन की मौजूदगी के बीच झोपड़ी में लगी आग ने मां बेटी को परिजनों से हमेशा के लिए जुदा कर दिया। इससे अच्छा खासा परिवार पूरी तरह से बिखर गया।
नेहा के बड़े भाई शिवम की पत्नी शालिनी ने बताया कि पिछले वर्ष 16 फरवरी को उनकी शादी हुई थी। दो माह का बेटा अभियुक्त है। शालिनी ने बताया कि शादी की पहली वर्षगांठ को लेकर परिवार में तैयारी चल रही थी। इसी बीच घटना से खुशी लापता हो गई। अब जिंदगी भर का गम मिला है।
शालिनी ने बताया कि जब अधिकारी जेसीबी लेकर घर आए तो उन्होंने सामान बाहर निकालने तक का मौका नहीं दिया। जब वह बेटे अभियुक्त को गोद में लेकर सामान निकालने का प्रयास कर रही थीं। तभी जेसीबी चलाने से एक ईंट बच्चे के सिर में लग गई। इससे उसे चोट आई है। घटना के बाद से नेहा का भाई शिवम बार बार अपनी हाथ देख रहा था। रोते हुए शिवम ने कहा कि अब उसको कौन राखी बांधेगा। यह सुन कर पास में खड़ा अंकित भी फफक पड़ा। इसके बाद दोनों भाई आपस में गले लगकर खूब रोए। इस दौरान ग्रामीणों ने उनको सांत्वना दी।