आप सब हिंदू हो, हिंदुत्ववादी नहीं। ये देश हिंदुओं का देश है, हिंदुत्ववादियों का नहीं : राहुल गांधी
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने रविवार को जयपुर में कांग्रेस की राष्ट्रीय रैली में मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि पूरा देश चार-पांच उद्योगों के हाथ में है। हर संस्थान एक संगठन के हाथ में है। मंत्रियों के ऑफिस में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के ओएसडी हैं। देश को जनता नहीं चला रही है, तीन-चार पूंजीपति चला रहे हैं और हमारे प्रधानमंत्री उनके काम कर रहे हैं।
- राहुल ने कहा- देश की सरकार कहती है कि कोई किसान शहीद ही नहीं हुए। मैंने पंजाब के लिए, हरियाणा से नाम लिए, पांच सौ लोगों की लिस्ट संसद में दी।
जयपुर,अमन यात्रा : कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने रविवार को जयपुर में कांग्रेस की राष्ट्रीय रैली में मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि पूरा देश चार-पांच उद्योगों के हाथ में है। हर संस्थान एक संगठन के हाथ में है। मंत्रियों के ऑफिस में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के ओएसडी हैं। देश को जनता नहीं चला रही है, तीन-चार पूंजीपति चला रहे हैं और हमारे प्रधानमंत्री उनके काम कर रहे हैं। रैली में सोनिया गांधी भी शामिल हुईं, लेकिन उन्होंने भाषण नहीं दिया।
राहुल गांधी ने कहा कि दो शब्दों का एक मतलब नहीं हाे सकता। हर शब्द का अलग मतलब होता है। देश की राजनीति में आज दो शब्दों के मतलब अलग हैं। एक शब्द हिंदू दूसरा शब्द हिंदुत्ववादी। ये एक चीज नहीं है, ये दो अलग शब्द हैं और इनका मतलब बिल्कुल अलग है। मैं हिदू हूं लेकिन हिंदुत्ववादी नहीं हूं। महात्मा गांधी हिंदू थे और नाथूराम गोडसे हिंदुत्ववादी थे।
उन्होंने कहा कि हिंदू और हिंदुत्ववादी में फर्क होता है। हिंदू सत्य को ढूंढता है। मर जाए, कट जाए, फिर भी हिंदू सच को ढूंढता है। उसका रास्ता सत्य रहा। पूरी जिन्दगी वो सच को ढूंढने में निकाल देता है। जबकि हिंदुत्ववादी पूरी जिंदगी सत्ता को ढूंढने और सत्ता पाने में निकाल देता है। वह सत्ता के लिए किसी को भी मार देगा। हिंदू का रास्ता सत्याग्रह होता है और हिंदुत्ववादी का रास्ता सत्ताग्रह होता है।
राहुल ने कहा- देश की सरकार कहती है कि कोई किसान शहीद ही नहीं हुए। मैंने पंजाब के लिए, हरियाणा से नाम लिए, पांच सौ लोगों की लिस्ट संसद में दी। उनसे कहा कि पंजाब की सरकार ने कंपनसेशन दिया है, आप भी दीजिए। उन्होंने दिया नहीं।
राहुल ने कहा कि आप सब हिंदू हो, हिंदुत्ववादी नहीं। ये देश हिंदुओं का देश है, हिंदुत्ववादियों का नहीं। आज देश में दर्द है, महंगाई है तो ये काम आज हिंदुत्ववादियों ने किया है। उन्हें किसी भी हालत में सत्ता चाहिए। राहुल ने कहा कि 700 किसान शहीद हुए, यहां हमने दो मिनट मौन रखा, संसद में मौन रखने नहीं दिया। हम खड़े हुए मौन नहीं किया। चन्नी जी से पूछिए, चार सौ किसानों को पंजाब की सरकार ने 5 लाख रुपए दिए। उनमें से 152 को रोजगार दिला दिया है, बाकी को देने जा रहे हैं। नरेंद्र मोदी ने पीछे से छुरा घोंपा है। वे हिंदुत्ववादी हैं इसलिए पीछे से छुरा मारा। हिंदू आगे से मारता है, पीछे से नहीं मारता। हिंदुत्ववादी डराता है, धमकाता है, लेकिन मैं डरता नहीं हूं। मुझे सत्ता मिले न मिले, मैं सच्चाई का साथ देता रहूंगा।
उन्होंने उद्योगपतियों को रियायत देने को लेकर भी मोदी पर तंज कसा। राहुल ने कहा- मोदीजी 24 घंटे यानी सुबह उठते ही कहते हैं, आज अडानी को क्या देना है। ऐसे देश नहीं चलाया जाता है। देश गरीबों, किसानों, छोटे दुकानदारों का है, ये ही लोग इस देश को रोजगार दे सकते हैं। अडानी अंबानी की जगह है लेकिन वो रोजगार पैदा नहीं कर सकते। रोजगार छोटे बिजनेस वाले, किसान पैदा कर सकते हैं।
रैली में प्रियंका गांधी ने भी केंद्र सरकार और भाजपा की रीति-नीति पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार जनता के लिए काम नहीं कर रही है। यह सिर्फ गिने, चुने उद्योगपतियों के लिए काम कर रही है। केंद्र की सरकार झूठ, लालच और लूट वाली सरकार है। गोवा में एक उद्योगपति के कोयल को इधर से उधर ले जाने के लिए लोगों की मर्जी के खिलाफ सड़क बना रहे हैं।
उन्होंने कहा कि मोदी पर्यटन में व्यस्त है। उन्होंने दुनिया घूम ली, लेकिन दिल्ली में किसानों से बातचीत करने नहीं जा पाए। भाजपा कहती है कि 70 साल में कुछ नहीं हुआ। मैं चुनौती देती हूं कि एक कोई संस्थान ऐसा बता दे, जो शिक्षा के लिए भाजपा ने इन सात सालों में बनाया है।
प्रियंका ने लोगों के सामने अपनी एक शिकायत भी की। उन्होंने कहा कि जब चुनाव आता है तो भाजपा के लोग जाति, धर्म, चीन-पाकिस्तान की बात करने लगते हैं। जब चुनाव हों तो इस भाजपा की सरकार से जवाब मांगें। उनसे पूछें कि आपने लोगों के लिए क्या किया है? किसान को देने के लिए पैसा नहीं है तो हजारों करोड़ का विमान क्यों खरीदा गया? उन्होंने कहा कि यह लोगों की भी जिम्मेदारी है कि वह भाजपा सरकार से जवाब मांगें।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी केंद्र सरकार को आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि तमाम राज्य सरकारें वित्तीय संकट में हैं, केंद्र चुप है। विकास होगा राज्य सरकारें करेंगी। संकट आएगा, राज्य पार पा सकते हैं। कोरोना का संकट आया, राजस्थान सिरमौर रहा। नरेंद्र मोदी पहले ऐसे प्रधानमंत्री हैं, जो मुख्यमंत्री के पत्र का जवाब नहीं देते हैं। यह सरकार घमंड से चल रही है।
रैली में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी जयपुर पहुंच गए हैं। सोनिया गांधी और राहुल के पहुंचने के बाद रैली में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ बिपिन रावत और अन्य सैन्य कर्मियों को श्रृद्धांजलि भी दी गई।
अधीर रंजन की जुबान फिसली
विद्याधर नगर में आयोजित रैली को संबोधित करते हुए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अधीर रंजन की जुबान फिर फिसल गई। उन्होंने कहा कि मोदी दावा करते हैं कि वे देश में डिजिटल क्रांति लेकर आए, जबकि यह काम राहुल गांधी ने किया था। दरअसल, वे पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी का नाम लेना चाह रहे थे। उन्होंने कहा कि मोदीजी खुद का अकाउंट बचा नहीं सकते, देशवासियों का क्या बचाएंगे। गौरतलब है कि शनिवार रात को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ट्विटर अकाउंट हैक हुआ था।
पायलट बोले- या तो महंगाई कम करे, नहीं तो सरकार को हटा देगी जनता
पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने कहा कि जयपुर की इस रैली से मोदी सरकार की उल्टी गिनती शुरू हो गई है। हम इस सरकार को मजबूर करेंगे कि या तो वह मंहगाई कम करे, नहीं तो जनता सरकार को हटा देगी। उन्होंने कहा कि हम एकजुटता के साथ ही देश के सामने मौजूद चुनौतियों का सामना कर सकते हैं।
मप्र के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने भी मोदी सरकार पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि महंगाई तो देश में बढ़ी ही है। इसके साथ-साथ देश की संस्कृति पर भी हमला हो रहा है। हमें यह पहचानना पड़ेगा कि हमें देश की संस्कृति पर चलना है या मोदी की संस्कृति पर?
गहलोत का ट्वीट- यह रैली एनडीए सरकार के पतन का रास्ता दिखाएगी
कांग्रेस की रैली से पहले मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ट्वीट कर केंद्र सरकार पर निशाना साधा। गहलोत ने लिखा- आज राजस्थान के लिये एक ऐतिहासिक दिन है, जब केन्द्र सरकार की गलत नीतियों के कारण बढ़ती अप्रत्याशित मंहगाई के विरोध में जयपुर में राष्ट्रीय महारैली का आयोजन किया जा रहा है। रैली में शीर्ष कांग्रेस नेतृत्व समेत पार्टी के सभी वरिष्ठ नेता शामिल हो रहे हैं।
उन्होंने कहा कि इस महारैली से देश भर में एक संदेश जाएगा कि अब केन्द्र की भाजपा सरकार की गलत नीतियों के व्यापक रूप से विरोध का वक्त आ गया है। पूरे देश में इस रैली से उठी जनजागरण की लौ, एक मशाल बनकर एनडीए सरकार के पतन का मार्ग प्रशस्त करेगी।
रैली से केंद्र के खिलाफ माहौल बनाने की शुरुआत
जयपुर की रैली के जरिए कांग्रेस केंद्र सरकार को घेरने की शुरुआत करने जा रही है। महंगाई को कांग्रेस 5 राज्यों के विधानसभा चुनावों में मुद्दा बनाएगी। जयपुर के बाद 16 को उत्तराखंड में राहुल गांधी की रैली प्रस्तावित है। इस रैली से कांग्रेस के अंदरूनी समीकरण साधने की भी कोशिश है।