यूपी में खराब अफसरों की तैयार हो रही है गोपनीय रिपोर्ट
गुड गवर्नेंस के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की नजर अब सभी विभागों पर टेढ़ी हो गई है। अधिकारियों की गतिविधियों पर बारीक नजर रखी जा रही है।
- खराब प्रदर्शन करने वाले बेसिक शिक्षा विभाग के अफसर सरकार के टारगेट पर
- खराब प्रदर्शन करने वाले अफसरों की अब खैर नहीं
कानपुर देहात, अमन यात्रा : गुड गवर्नेंस के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की नजर अब सभी विभागों पर टेढ़ी हो गई है। अधिकारियों की गतिविधियों पर बारीक नजर रखी जा रही है। मीडिया की खबरों का भी प्रमुखता से संज्ञान लिया जा रहा है। बेसिक शिक्षा विभाग में सबसे अधिक खामियां देखने को मिल रही हैं इसलिए इसी विभाग में सबसे अधिक अधिकारियों पर गाज गिरने की संभावना है। इतना ही नहीं शासन से लेकर जिलों और अन्य विभागों में तैनात खराब प्रदर्शन करने वाले आईएएस व आईपीएस ही नहीं तहसीलदार से लेकर, स्वास्थ्य विभाग, शिक्षा विभाग तक के अधिकारी हटाए जाएंगे। इतना ही नहीं खराब स्थिति वाले विभाग के मुखिया पर निलंबन की गाज तक गिर सकती है। खराब काम करने वालों को हटाकर उनके स्थान पर युवा और तेजतर्रार अफसरों को भेजा जाएगा। शासन स्तर पर कुछ विभागों के मुखिया भी बदले जा सकते हैं। अपर मुख्य सचिव से लेकर प्रमुख सचिव तक के कई अफसरों की जिम्मेदारियां बदली जा सकती हैं।खासकर उन अफसरों को हटाया जाएगा जिनकी लगातार शिकायतें मिल रही हैं। ऐसे अफसरों को भी हटाए जाने पर मंथन चल रहा है कि जिनको कद के हिसाब से बड़ा विभाग मिल गया है तो कुछ का भार कम किया जा सकता है।
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यह भी माना जा रहा है कि शिक्षा विभाग में भी कुछ बड़ा बदलाव हो सकता है। विभाग में कई ऐसे अफसर हैं जो सालों से एक ही स्थान पर जमे हुए हैं और उनका रिपोर्ट कार्ड भी खराब है। माध्यमिक से लेकर बेसिक शिक्षा विभाग तक के कई ऐसे अफसर हैं जिनके पास दो-दो प्रभार है उनसे भी काम लेकर दूसरों को दिया जाने पर मंथन चल रहा है। राजस्व परिषद भी ऐसे तहसीलदारों की सूची तैयार कर रहा है जिनकी लगातार शिकायतें मिल रही हैं। तबादला नीति में दी गई व्यवस्था के आधार पर मुख्यमंत्री की अनुमति के बाद ही किसी को हटाया जाएगा। खराब प्रदर्शन करने वाले अधिकारियों की सूची बनाए जाने का कार्य तेजी से चल रहा है। सभी विभागों में जल्द ही बड़े पैमाने पर बदलाव देखने को मिल सकता है।