रसूलाबाद एवं मैथा के नायब नाज़िर पर डीएम नेहा द्वारा की गई विभागीय कार्यवाही
जिलाधिकारी नेहा जैन द्वारा तहसील रसूलाबाद के नायब नाज़िर संदीप कुमार शुक्ला एवं तहसील मैथा की नायब नाज़िर तनवीर फातिमा के विरुद्ध विभागीय कार्यवाही की गई है, जिसमें तहसील रसूलाबाद के नायब नाज़िर संदीप कुमार शुक्ला पर आरोप लगाए गए थे जिसकी जांच उप जिलाधिकारी मैथा द्वारा की गई एवं आरोप थे कि जिलाधिकारी की अध्यक्षता में सम्पन्न तहसील दिवस दिनांक 18.12.2021 के दौरान हुयी व्यवस्था के सम्बन्ध में बुलाये जाने पर उपस्थित नहीं हुये।
- शासकीय कार्यों में शिथिलता बरतने के फलस्वरूप कार्मिकों के विरुद्ध की गई विभागीय कार्यवाही
- जिलाधिकारी द्वारा संबंधित के विरूद्ध संचालित विभागीय कार्यवाही के रूप में एक वेतनवृद्धि स्थायी रूप से रोकी गयी तथा प्रतिकूल प्रविष्टि प्रदान की गई।
अमन यात्रा , कानपुर देहात। जिलाधिकारी नेहा जैन द्वारा तहसील रसूलाबाद के नायब नाज़िर संदीप कुमार शुक्ला एवं तहसील मैथा की नायब नाज़िर तनवीर फातिमा के विरुद्ध विभागीय कार्यवाही की गई है, जिसमें तहसील रसूलाबाद के नायब नाज़िर संदीप कुमार शुक्ला पर आरोप लगाए गए थे जिसकी जांच उप जिलाधिकारी मैथा द्वारा की गई एवं आरोप थे कि जिलाधिकारी की अध्यक्षता में सम्पन्न तहसील दिवस दिनांक 18.12.2021 के दौरान हुयी व्यवस्था के सम्बन्ध में बुलाये जाने पर उपस्थित नहीं हुये। पुनः आपको बुलाये जाने पर उपस्थित हुये जिसमें पाया गया कि नशे की हालत में थे। नशे में पाये जाने पर मेडीकल परीक्षण कराया गया। मेडिकल रिपोर्ट में अल्कोहल पीने की पुष्टि हुयी है। तहसील आने पर इनके द्वारा अभद्र भाषा का प्रयोग करते हुये सभी डाक्टरों एवं अधिकारियों को धमकी देते हुये चले गये। नायब नाजिर जैसे महत्वपूर्ण पद पर रहते हुये इनके द्वारा उच्चाधिकारियों तथा डाक्टरों से अभद्रता करना डयूटी के समय शराब पीकर नशे में रहना। शासकीय व्यवस्थाओं पर ध्यान न देना।
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तहसील मुख्यालय से बिना बताये गायब रहना, अपने पदीय दायित्वों का सही ढंग से निर्वान्ह न किया जाना। जिसमें आरोप सिद्ध होने के दृष्टिगत जिलाधिकारी द्वारा संबंधित के विरूद्ध संचालित विभागीय कार्यवाही के रूप में एक वेतनवृद्धि स्थायी रूप से रोकी गयी तथा प्रतिकूल प्रविष्टि प्रदान की गई।
इसी क्रम में तहसील मैथा की नायब नाज़िर तनवीर फातिमा पर आरोप था कि वे कभी भी समय से तहसील में उपस्थित नहीं होती है तथा बिना किसी पूर्व सूचना के कार्यालय से गायब रहती है। वे अपशब्दों का प्रयोग करती थी जिसके फलस्वरूप जांचोपरांत विभागीय कार्यवाही के रूप में एक वेतनवृद्धि स्थायी रूप से रोकी गयी तथा प्रतिकूल प्रविष्टि प्रदान की गई है।