शैक्षणिक स्तर खराब पाए जाने पर बीएसए ने प्रधानाध्यापक का रोका वेतन
विद्यार्थियों के शैक्षणिक स्तर में सुधार लाने के लिए शिक्षा विभाग के अधिकारी लगातार परिषदीय विद्यालयों का निरीक्षण कर विद्यार्थियों के शैक्षणिक स्तर की जांच कर रहे हैं जिसमें स्तर कमजोर पाने पर संबंधित प्रधानाध्यापक एवं सहायक अध्यापकों को नोटिस जारी कर उनसे जबाब मांगा जा रहा है।
- स्कूल समय के पहले एवं स्कूल समय के बाद अभिभावकों से संपर्क कर छात्र उपस्थिति बढ़ाने के दिए गए निर्देश
अमन यात्रा, कानपुर देहात। विद्यार्थियों के शैक्षणिक स्तर में सुधार लाने के लिए शिक्षा विभाग के अधिकारी लगातार परिषदीय विद्यालयों का निरीक्षण कर विद्यार्थियों के शैक्षणिक स्तर की जांच कर रहे हैं जिसमें स्तर कमजोर पाने पर संबंधित प्रधानाध्यापक एवं सहायक अध्यापकों को नोटिस जारी कर उनसे जबाब मांगा जा रहा है।
शनिवार को बेसिक शिक्षा अधिकारी रिद्धी पाण्डेय ने मलासा ब्लॉक के पांच स्कूलों का निरीक्षण किया। स्कूलों में गंदगी, न्यूनतम छात्र उपस्थिति एवं शैक्षणिक स्तर कमजोर पाया गया। बीएसए ने संस्था प्रधान एवं विषयाध्यापक से विद्यार्थियों का शैक्षणिक स्तर कमजोर होने का कारण पूछा तथा निर्देश दिए कि अगर एक माह में स्थित में सुधार नहीं हुआ तो प्रधानाध्यापक समेत संबंधित विषयाध्यापक की जिम्मेदारी तय कर नियमानुसार कार्यवाही अमल में लाई जाएगी।
बीएसए ने मलासा विकासखंड के प्रा०वि० बरगवां प्रा०वि० फरजाबाद, संविलियन विद्यालय अरहरियामऊ, प्रा०वि० चन्दनामऊ एवं उ०प्रा०वि० अकोढी का स्थलीय निरीक्षण किया गया जिसमें प्रा०वि०फरजाबाद में गंभीर अनियमितता, शैक्षणिक स्तर न्यून, विद्यालय में गंदगी एवं उपस्थिति न्यून पायी गयी जिसके क्रम में विद्यालय में कार्यरत प्रधानाध्यापक चन्दपाल सिंह का अग्रिम आदेशों तक वेतन अवरूद्ध किया गया एवं स०अ० योगेन्द्र को कठोर चेतावनी निर्गत की गयी।
प्रा०वि० बरगवां, संविलियन विद्यालय अरहरियामऊ प्रा०वि० चन्दनामऊ में छात्र उपस्थित न्यून पाई गई, बीएसए ने उपरोक्त विद्यालयों में कार्यरत समस्त स्टाफ को भविष्य हेतु सचेष्ट करते हुए शिक्षकों को निर्देशित किया कि गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करना शिक्षक का महत्वपूर्ण दायित्व है, विद्यालय से प्रतिदिन बालक कुछ नया सीख कर जाए व आगामी दिन विद्यार्थी का शैक्षणिक स्तर उन्नत हो इस उद्देश्य के साथ कार्य करने की जरूरत है।
उन्होंने यह भी कहा कि विद्यालय समय के पूर्व एवं बाद छात्र-छात्राओं के अभिभावकों से सम्पर्क स्थापित कर छात्र उपस्थिति को प्रत्येक दशा में बढ़ाएं अन्यथा भविष्य में उक्त कमियों की पुनरावृत्ति पाये जाने पर कठोर विभागीय कार्यवाही संचित की जायेगी।