नालों अथवा नालियों की साफ-सफाई अभी से सुनिश्चित की जाए।
आज जिलाधिकारी नेहा जैन की अध्यक्षता में माँ मुक्तेश्वरी देवी सभागार कक्ष में बाढ़ एवं जल प्लावन प्रबंधन योजना वित्तीय वर्ष 2023-24 की बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में बाढ़ क्षेत्र में आने वाले ग्रामों को लेकर चर्चा की गई जिसमें जिलाधिकारी ने प्रतिवर्ष जलमग्न अथवा बाढ़ से प्रभावित होने वाले ग्रामों के बारे में जानकारी प्राप्त की एवं पूर्व में आई बाढ़ के विषय में जानकारी भी प्राप्त की जिसमें उनके द्वारा बाढ़ के समय बाढ़ चौकी तथा बाढ़ राहत केंद्रों पर अभी से ही समस्त आवश्यक प्रबंध को किए जाने के निर्देश दिए.
- बाढ़ से निपटने हेतु बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में अभी से समस्त प्रबंध सुनिश्चित किए जाएं।
- जानवरों की सुरक्षा हेतु विशेष बाढ़ चौकियां निर्मित की जाए।
- जनता के सुलभ आवागमन हेतु बड़ी नाव का प्रबंध अधिक से अधिक मात्रा में सुनिश्चित किया जाए।
अमन यात्रा कानपुर देहात। आज जिलाधिकारी नेहा जैन की अध्यक्षता में माँ मुक्तेश्वरी देवी सभागार कक्ष में बाढ़ एवं जल प्लावन प्रबंधन योजना वित्तीय वर्ष 2023-24 की बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में बाढ़ क्षेत्र में आने वाले ग्रामों को लेकर चर्चा की गई जिसमें जिलाधिकारी ने प्रतिवर्ष जलमग्न अथवा बाढ़ से प्रभावित होने वाले ग्रामों के बारे में जानकारी प्राप्त की एवं पूर्व में आई बाढ़ के विषय में जानकारी भी प्राप्त की जिसमें उनके द्वारा बाढ़ के समय बाढ़ चौकी तथा बाढ़ राहत केंद्रों पर अभी से ही समस्त आवश्यक प्रबंध को किए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने उप जिलाधिकारियों से बाढ़ के दृष्टिगत अभी से की गई कार्रवाई के संबंध में चर्चा करते हुए आवश्यक दिशा निर्देश दिए। उन्होंने जलभराव की स्थिति से निपटने के लिए भी नालियों की साफ-सफाई को विधिवत रूप से कराए जाने हेतु आवश्यक निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए। उन्होंने कहा की बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में जानवरों के रहने का विशेष प्रबंध किया जाए तथा त्रिपाल एवं खाद्य सामग्री का प्रबंध पूर्व से ही सुनिश्चित किया जाए।
उन्होंने नालों की साफ सफाई व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश अधिशासी अभियंता सिंचाई को दिए। उन्होंने बाढ़ के समय होने वाली समस्याओं का पूर्व आकलन करते हुए जनता की सुविधा हेतु अभी से बड़ी नाव का प्रबंध सुनिश्चित किए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जनता को बाढ़ जैसी स्थिति से निजात दिलाने हेतु प्रशासन को अभी से सतर्क रहने तथा छोटे-छोटे बिंदुओं पर अभी से कार्य करने की जरूरत है। उन्होंने अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व को अभी से प्रत्येक नाव हेतु न्यूनतम जरूरत के अनुसार पर्याप्त मात्रा में नाव तथा सेफ्टी जैकेट की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने प्रत्येक गांव में ग्रामवार समितियों का गठन करते हुए वालंटियर्स को बैच आपदा प्रबंधन द्वारा उपलब्ध कराने के निर्देश दिए, जिससे वालंटियर्स की पहचान ग्राम वासियों के मध्य सार्वजनिक हो सके। उन्होंने यमुना नदी व सिंगूर नदी के अंतर्गत जो भी क्षेत्र बाढ़ के अंतर्गत आते हैं उन पर पूर्व से ही नजर रखने तथा इस हेतु लगाए गए रेन गेज के माध्यम से नियमित रिपोर्टिंग करने तथा नजर रखे जाने के निर्देश दिए।
जिलाधिकारी द्वारा जिला पूर्ति अधिकारी, कृषि विभाग, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी, विद्युत विभाग, चिकित्सा विभाग सहित अन्य विभागों से अपनी-अपनी कार्ययोजना तैयार कर दो दिन में प्रस्तुत किए जाने हेतु निर्देशित किया। जिलाधिकारी ने कहा कि इस बात का विशेष ध्यान रखा जाए की बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में विद्युत का मिल पाना असंभव होता है जिसके दृष्टिगत पूर्व से ही उन स्थानों पर जैनसेट आदि की व्यवस्था सुनिश्चित कर ली जाए। बैठक में यमुना नदी से सिंगूर नदी में होने वाले जल प्रवाह को रोकने हेतु भी सिंचाई विभाग के साथ आवश्यक बिंदुओं पर चर्चा की गई। उन्होंने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में पेयजल व्यवस्था सुनिश्चित किए जाने हेतु आवश्यक निर्देश दिए।
जिलाधिकारी ने संबंधित उप जिलाधिकारी को निर्देशित करते हुए कहा कि स्वयं जाकर तट बंधों को चेक करें। तदोपरान्त योगा सप्ताह के दृष्टिगत समस्त अधिकारियों द्वारा योगाभ्यास भी किया गया। इस दौरान अपर जिलाधिकारी वित्त राजस्व जेपी गुप्ता, समस्त उपजिलाधिकारी, जिला वनाधिकारी, जिला विकास अधिकारी, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी, जिला कृषि अधिकारी, जिला आपदा विशेषज्ञ अश्वनी वर्मा, सहित अन्य संबंधित अधिकारी कर्मचारी उपस्थित रहे।