उत्तरप्रदेशकानपुर देहातफ्रेश न्यूजलखनऊ

शिक्षिकाओं ने ओपीएस नाम की रचाई हाथों में मेंहदी, की पुरानी पेंशन बहाली की मांग

पुरानी पेंशन बहाली की मांग को लेकर संघर्षरत अटेवा पेंशन बचाओ मंच की महिला कर्मचारियों ने अपनी हथेलियों पर मेंहदी लगाकर प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के नाम पुरानी पेंशन बहाली की मांग लिखकर हरियाली तीज का व्रत रखा।

राजेश कटियार, कानपुर देहात। पुरानी पेंशन बहाली की मांग को लेकर संघर्षरत अटेवा पेंशन बचाओ मंच की महिला कर्मचारियों ने अपनी हथेलियों पर मेंहदी लगाकर प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के नाम पुरानी पेंशन बहाली की मांग लिखकर हरियाली तीज का व्रत रखा। वहीं मोर्चा के पुरुष कर्मचारियों ने मातृशक्ति की इस पहल पर उनका अभिवादन करते हुए उनका उत्साह बढ़ाया।

विभिन्न विभागों में कार्यरत महिलाओं ने इस बार अपनी मांग को मनवाने का अनोखा तरीका इजाद किया है। हरियाली तीज के शुभ अवसर पर इस बार इन महिला कर्मचारियों ने अपने पिया के नाम की नहीं बल्कि ओपीएस (पुरानी पेंशन बहाली) की मांग को लेकर अपने हाथों में मेंहदी रचाई है।

हरियाली तीज की पूर्व संध्या पर हजारों महिलाओं ने हाथों में ओपीएस बहाली की मांग को लेकर मेंहदी रचाकर सरकार को संदेश देने का काम किया है ताकि सरकार को यह पता चले कि उनके लिए ओपीएस बहुत महत्वपूर्ण है और इसके लिए वे वह पीछे नही हटेंगी।

मेंहदी रचाने वाली अटेवा महिला मंच की जिला संयोजिका अनुपम प्रजापति का कहना है कि जनपद में हजारों कर्मचारी नई पेंशन योजना के तहत आते हैं जो लगातार पुरानी पेंशन बहाली के लिए सरकार से मांग कर रहे हैं। इसके लिए उन्होंने अलग-अलग समय पर आंदोलन का सहारा भी लिया लेकिन सरकार पुरानी पेंशन बहाली को लेकर कोई निर्णय नहीं ले रही है।

अटेवा की जिला सह संयोजिका ममता शाहू का कहना है कि भारतीय संस्कृति परंपरा के अनुसार हरियाली तीज का त्यौहार पूरे देश में मनाया जाता है। यह त्यौहार हिंदू महिलाओं का त्यौहार है। हरियाली तीज के त्यौहार के दिन महिलाएं हाथों पर मेंहदी लगाती हैं लेकिन अबकी बार जनपद में महिला कर्मचारियों ने तीज को अलग तरीके से ही मनाने का निर्णय लिया है। उन्होंने अपने हाथों में पुरानी पेंशन बहाली के लिए अलग-अलग लाइने लिखकर सरकार तक संदेश पहुंचाने का काम किया है।

पुरानी पेंशन बहाली के लिए मेंहदी रचे हाथों को अब सोशल मीडिया पर अपलोड करके सरकार को चेताने का काम किया जा रहा है। अगर सरकार ने पुरानी पेंशन बहाल नहीं की तो उसे 2024 के लोकसभा चुनाव में भारी कीमत चुकानी पड़ सकती है।

सरवनखेड़ा ब्लॉक संयोजिका सुनीता सिंह ने 27 अगस्त को होने जा रहे सांसद आवास के धरना प्रदर्शन एवं घंटी बजाओ कार्यक्रम में सभी शिक्षक-शिक्षिकाओं एवं अन्य विभागों के कर्मचारियों से बढ़-चढ़कर प्रतिभाग करने की अपील की।

अटेवा पेंशन बचाओ मंच की जिला महामंत्री मृदुला तिवारी ने दिल्ली में एक अक्टूबर को होने वाली विशाल पेंशन शंखनाद रैली में सभी से चलने का आह्वान किया।

अटेवा पेंशन बचाओ मंच की पदाधिकारी क्रमश: ज्योती शिखा (प्रदेश सह संयोजिका), मृदुला तिवारी (जिला महामंत्री), ममता शाहू (जिला सह संयोजिका), सुनीता सिंह (सरवनखेड़ा ब्लॉक संयोजिका), अनुपम प्रजापति (जिला संयोजिका), पूर्णिमा सिंह (जिला सह सांस्कृतिक प्रकोष्ठ), ज्योती सिंह (ब्लॉक संयोजिका संदलपुर), ज्योती सचान (अमरौधा ब्लॉक संयोजिका), जयश्री अवस्थी (ब्लॉक संयोजिका मैथा) इत्यादि ने अनोखे अंदाज में हरियाली तीज के अवसर पर अपने हाथों में ओपीएस के नाम की मेंहदी रचाकर पुरानी पेंशन बहाली की सरकार से अपील की है। उनका कहना है कि प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री को मातृशक्ति की भावनाओं का सम्मान करते हुए पुरानी पेंशन व्यवस्था को बहाल करना चाहिए।

AMAN YATRA
Author: AMAN YATRA

SABSE PAHLE

Related Articles

AD
Back to top button