उत्तर प्रदेश में प्राथमिक शिक्षकों के डेढ़ लाख से ज्यादा पद रिक्त सरकार मौन
उत्तर प्रदेश भारत का एक ऐसा राज्य है जहां पिछले 6 साल से टेट, सीटेट पास युवा नई प्राथमिक शिक्षक भर्ती की राह देख रहे हैं लेकिन उन्हें अभी तक फॉर्म भरने का मौका तक नहीं मिला। उत्तर प्रदेश के टेट, सीटेट पास युवा नई प्राथमिक शिक्षक भर्ती की गुहार लगा रहे हैं लेकिन इन युवाओं की बात कोई सुनने वाला नहीं है। बेसिक शिक्षा विभाग में प्राथमिक शिक्षकों की भर्ती का विज्ञापन पिछले छः साल से जारी नहीं हुआ है
लखनऊ/कानपुर देहात। उत्तर प्रदेश भारत का एक ऐसा राज्य है जहां पिछले 6 साल से टेट, सीटेट पास युवा नई प्राथमिक शिक्षक भर्ती की राह देख रहे हैं लेकिन उन्हें अभी तक फॉर्म भरने का मौका तक नहीं मिला। उत्तर प्रदेश के टेट, सीटेट पास युवा नई प्राथमिक शिक्षक भर्ती की गुहार लगा रहे हैं लेकिन इन युवाओं की बात कोई सुनने वाला नहीं है। बेसिक शिक्षा विभाग में प्राथमिक शिक्षकों की भर्ती का विज्ञापन पिछले छः साल से जारी नहीं हुआ है। उत्तर प्रदेश में प्राथमिक शिक्षकों के डेढ़ लाख से ज्यादा पद रिक्त होने के कारण अभ्यर्थियों के द्वारा लगातार ये मांग की जा रही है कि सरकार नई प्राथमिक शिक्षक भर्ती का विज्ञापन जल्द से जल्द जारी करे। उत्तर प्रदेश में नई प्राथमिक शिक्षक भर्ती नए शिक्षा सेवा चयन आयोग बोर्ड के माध्यम से होने वाली है लेकिन अभी तक बोर्ड का गठन होने के बावजूद भी सदस्यों की संख्या अधूरी है।
उम्मीद लगाई जा रही है कि बोर्ड जुलाई में वार्षिक परीक्षा प्रणाली का कार्यक्रम जारी करे। उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ की सरकार जब 2017 में बनी थी उस समय कुल प्राथमिक विद्यालय की संख्या 113249 थी एवं उस समय प्राथमिक विद्यालय में नियुक्त प्राथमिक शिक्षक 399273 थे और 2017 में उत्तर प्रदेश में प्राथमिक शिक्षकों के स्वीकृत पद 5.65 लाख थे। उस समय उत्तर प्रदेश में प्राथमिक शिक्षकों के 165727 पद खाली थे। 2017 से लेकर अब तक कम से कम लगभग 90000 प्राथमिक शिक्षक रिटायर हो चुके हैं। 2017 के बाद उत्तर प्रदेश में कोई प्राथमिक शिक्षक भर्ती का विज्ञापन जारी नहीं हुआ है। 137000 शिक्षामित्रों का जो सुप्रीम कोर्ट से समायोजन रद्द हुआ था यानी वह पहले अध्यापक थे उन्हीं पदों पर सरकार दो पार्ट में भर्ती को करवा पाई है वो भी सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर। प्रदेश में शिक्षकों का बहुत ही ज्यादा अभाव है। कई स्कूल उत्तर प्रदेश में ऐसे हैं जो शिक्षक विहीन हैं। कई जगह रसोइया तक छात्रों को विद्यालय में पढ़ा रहीं हैं। प्राथमिक विद्यालयों में 1.91 करोड़ छात्रों ने एडमिशन लिया।
युवा बेरोजगार मंच के संस्थापक राकेश कुमार पाण्डेय उर्फ बंटी पाण्डेय ने आरटीआई के डाटा का हवाला देते हुए बताया कि उत्तर प्रदेश में प्राथमिक शिक्षकों के डेढ़ लाख से ज्यादा पद खाली हैं। टेट, सीटेट पास अभ्यर्थियों की संख्या 15 लाख के ऊपर है जो शिक्षित होते हुए भी बेरोजगार हैं। सरकार को जल्द से जल्द 51112 पद में कुछ और पद को जोड़कर विज्ञापन जारी करना चाहिए। राकेश कुमार पाण्डेय ने बताया कि अगर सरकार जल्द से जल्द नई प्राथमिक शिक्षक भर्ती का विज्ञापन नहीं जारी करती है तो लखनऊ में हम लोग बहुत बड़ा आंदोलन करने को मजबूर होंगे। उन्होंने यह भी कहा कि अगर सरकार हम बेरोजगारों पर ध्यान नहीं देगी तो आगामी विधानसभा चुनाव में हम सभी बेरोजगार मिलकर सरकार को सत्ता से बाहर का रास्ता दिखा देंगे।