स्वभाव स्वच्छता-संस्कार स्वच्छता मुहिम के तहत शहर के विभिन्न सार्वजनिक स्थानों पर आयोजित की जाएंगी गतिविधियां, दो अक्तूबर को होगा समापन
स्वच्छ भारत मिशन सर्वेक्षण-2024 में स्वच्छता ही सेवा अभियान की थीम स्वभाव स्वच्छता-संस्कार स्वच्छता पर विभिन्न गतिविधियां संचालित होंगी। अभियान दो अक्तूबर को महात्मा गांधी की जयंती पर संपन्न होगा।
राजेश कटियार, कानपुर देहात। स्वच्छ भारत मिशन सर्वेक्षण-2024 में स्वच्छता ही सेवा अभियान की थीम स्वभाव स्वच्छता-संस्कार स्वच्छता पर विभिन्न गतिविधियां संचालित होंगी। अभियान दो अक्तूबर को महात्मा गांधी की जयंती पर संपन्न होगा। स्वच्छता अभियान में इस वर्ष अधिक से अधिक जन भागीदारी और स्थानीय निकायों की भागीदारी पर जोर दिया गया है। अभियान के दौरान जन-जन को स्वच्छता अपने व्यवहार में आत्मसात करने के लिए प्रेरित किया जाएगा। साथ ही सभी स्तर पर विभिन्न गतिविधियां संचालित की जाएंगी। स्वच्छ भारत मिशन इंचार्ज व मुख्य सफाई निरीक्षक के सहयोग से विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा।
स्वच्छता ही सेवा अभियान के तीन प्रमुख केंद्र बिंदु होंगे। इनमें जन भागीदारी, जागरूकता और एडवोकेसी है। अभियान का दूसरा स्तंभ स्वच्छता के लिए श्रमदान और स्वच्छता लक्षित इकाई का कायाकल्प है। इस थीम पर उन जगहों को चिह्नित किया जाएगा जहां लंबे समय से स्वच्छता पर विशेष ध्यान नहीं दिया गया है। ऐसे स्थानों में पार्क व पाथवे निर्माण समेत बच्चों के लिए मनोरंजन के साधन लगाने के बारे में जन प्रतिनिधियों की उपस्थिति में निर्णय लिया जाएगा। अभियान के तीसरे स्तंभ के रूप में सफाई कार्य में लगे सफाई मित्रों के स्वास्थ्य की जांच एवं सामाजिक सुरक्षा के बारे में निर्णय लिया जाएगा। विद्यालयों में स्वच्छता के महत्व को ध्यान में रखते हुए विद्यालय और समुदाय आधारित पहल के माध्यम से बच्चों और समुदाय के सदस्यों को स्वच्छता के बारे में जागरूक करने के लिए देशभर के सभी विद्यालयों में 14 सितंबर से 2 अक्टूबर तक विभिन्न गतिविधियां होंगी।
जनप्रतिनिधियों की होगी कार्यशाला-
स्वच्छता ही सेवा अभियान के दौरान स्थानीय स्तर पर जन प्रतिनिधियों की उपस्थिति में नागरिकों को स्वच्छ भारत बनाने के लिए शपथ दिलाई जाएगी। छात्रों और युवाओं की भागीदारी के साथ स्वच्छता पर केंद्रित कई सांस्कृतिक कार्यक्रम विभिन्न स्थानों पर आयोजित किए जाएंगे।