सरकारी निर्देशों की अनदेखी, एडीओ कार्यालय में कुत्ते का बोलबाला
एडीओ पंचायत कार्यालय में प्रतिदिन एक अवारा कुत्ता चैन का नींद लेता है, लेकिन इस पर एडीओ पंचायत की नजर पूरी तरह नहीं जा पाती है। एडीओ पंचायत के साथ ही कार्यालय में दर्जनों की संख्या में कर्मचारियों के साथ ही सफाई कर्मचारी भी तैनात हैं, फिर भी अवारा कुत्ता चैन का नींद लेता है।
- चकिया: एडीओ कार्यालय में कुत्ता बना मुसीबत, कर्मचारियों की सुरक्षा दांव पर
चकिया, चंदौली। एडीओ पंचायत कार्यालय में प्रतिदिन एक अवारा कुत्ता चैन का नींद लेता है, लेकिन इस पर एडीओ पंचायत की नजर पूरी तरह नहीं जा पाती है। एडीओ पंचायत के साथ ही कार्यालय में दर्जनों की संख्या में कर्मचारियों के साथ ही सफाई कर्मचारी भी तैनात हैं, फिर भी अवारा कुत्ता चैन का नींद लेता है। यह अवारा कुत्ता कभी भी सरकारी कर्मचारियों पर हमला कर सकता है, जिससे वह घायल हो सकते हैं। लेकिन एडीओ पंचायत को इन बातों का ख्याल पूरी तरह नहीं है। उनकी नजर कहीं और है। शासन का निर्देश है कि सरकारी कार्यालयों में अवारा कुत्ता, जंगली जानवर, पशु हर हाल में प्रवेश न करें, लेकिन यहां तो पूरी तरह उलट देखने को मिल रहा है।
बता दें कि चकिया एडीओ पंचायत कार्यालय में एक अवारा कुत्ता प्रतिदिन घुसकर चैन का नींद लेता है। यह अवारा कुत्ता कभी भी एडीओ पंचायत कार्यालय में तैनात कर्मचारियों पर हमला कर सकता है। जिससे कर्मचारी घायल भी हो सकते हैं। एडीओ पंचायत साहब प्रतिदिन कार्यालय में अंदर बाहर करते हैं, लेकिन उनकी नजर इस अवारे कुत्ते पर नहीं जाती है। केंद्र व प्रदेश सरकार का निर्देश है कि सरकारी कार्यालयों में जंगली जानवर, पशु, आवारा कुत्ता हर हाल में प्रवेश न करें। सरकारी कर्मचारी खुद ही अपनी सुरक्षा करें, इन चीजों से बचें। लेकिन यहां तो एडीओ पंचायत साबह पूरी तरह बेखबर हैं। लगता है यह अवारा कुत्ता जब किसी कर्मचारी पर हमला करेगा तभी एडीओ पंचायत साहब की नींद खुलेगी। यह अवारा कुत्ता गर्मी हो या बरसात या ठंड का मौसम हो बारहो महीना एडीओ पंचायत कार्यालय में अपना जमावड़ा बनाया रहता है।
जिलाधिकारी निखिल टी. फुंडे ने बताया कि इस तरह का मामला है तो डीपीआरओ चंदौली को निर्देशित कर कार्रवाई के निर्देश दिए जाएंगे।