घाटमपुर रजबहे के कटान से किसानों की फसल बर्बाद: DM से मुआवजे और स्थायी समाधान की गुहार
पूर्व सांसद के नेतृत्व में किसानों ने डीएम को घेरा; मुआवजे और आरसीसी पटरी निर्माण की मांग

रनियां। बीते बुधवार को मटियामऊ गांव के सामने हुई घाटमपुर रजबहे में खादी से धान की कई बीघे खेतों में पानी भर जाने से फसल डूब गई है। इसको लेकर शनिवार को तीन गांवों के लोग समाधान दिवस में पहुंचकर डीएम को धान की फसल में हुए नुकसान का मुआवजा दिलाने के प्रार्थना पत्र दिया है।
घाटमपुर-बन्नाजाखा रजबहा पक्का बना हुआ है। बाबजूद इसके दो से तीन बार खादी हो गई। इस समस्या को लेकर पूर्व सांसद राजा राम पाल के नेतृत्व में उमरन निवासी किसान अमित कुमार यादव, ब्रजेश सिंह, संजय कुमार, अभी अहमद, विनय कुमार, फूल सिंह, बाबू सिंह, श्यामसुंदर, उमाकांत,शेर सिंह, सर्वेश सिंह, अजय, जय सिंह, कुलदीप, चेयरमैन प्रतिनिधि रामकिशोर दिवाकर समाधान दिवस पर पहुंचे। इसके बाद उन्होंने डीएम कपिल सिंह को प्रार्थना पत्र दिया।
अमित कुमार ने बताया कि बन्नाजाखा रजबहा पक्का है। इसके बाद बाबजूद कई बार कट चुकी है। जिसमें भारी मात्रा में गौरन बिलई, रामदीन पुरवा होते हुए गांव उमरन पर पहुंच गया है। जिससे हजारों बीघा कृषि जलमग्न व फसल बर्बाद हो गई। जलमग्न होने से धान की सफल बर्बाद होने रही है। ब्रजेश सिंह ने बताया कि रजबहा के कटान के स्थान पर आरसीसी पटरी बनाए हेतु सिंचाई विभाग को निर्देशित किया जाए। विनय कुमार ने बताया कि एक किलोमीटर नाला का निर्माण कार्य हाइवे के किनारे बने नाले तक कराया जाए।
जिससे जलभराव न हो सके। सर्वेश कुमार ने बताया कि किसानों के हुए नुकसान का आंकलन राजस्व टीम सर्वे कराकर मुआवजा दिलाया जाए। इस संबंध में एसडीएम नीलिमा यादव ने बताया कि उमरन में जलभराव की जानकारी का प्रार्थना पत्र मिला है। ईओ रनियां को जल निकासी के लिए निर्देशित किया गया है।
ये भी पढ़े- ड्यूटी जाते गार्ड को कंटेनर ने कुचला, रनियां-मैथा रोड पर शव रखकर ग्रामीणों ने किया हंगामा
Discover more from अमन यात्रा
Subscribe to get the latest posts sent to your email.