अगले साल से यूपी में पढ़ाई जाएंगी एनसीईआरटी की पुस्तकें
बेसिक शिक्षा परिषद की ओर से संचालित स्कूलों में राज्य सरकार अगले शैक्षिक सत्र से राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) की पाठ्य पुस्तकों को चरणबद्ध तरीके से लागू करने जा रही है। शैक्षिक सत्र 2022-23 में इन किताबों को परिषदीय स्कूलों की पहली कक्षा में लागू किया जाएगा।
- पहले गुरुजी पढ़ेंगे, फिर बच्चों को पढ़ाएंगे एनसीईआरटी का पाठयक्रम
अमन यात्रा , कानपुर देहात। बेसिक शिक्षा परिषद की ओर से संचालित स्कूलों में राज्य सरकार अगले शैक्षिक सत्र से राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) की पाठ्य पुस्तकों को चरणबद्ध तरीके से लागू करने जा रही है। शैक्षिक सत्र 2022-23 में इन किताबों को परिषदीय स्कूलों की पहली कक्षा में लागू किया जाएगा। जो बच्चे अगले साल कक्षा एक में एनसीईआरटी की किताबें पढ़ेंगे, वे सत्र 2023-24 में कक्षा दो में जाएंगे तब इन किताबों को कक्षा दो व तीन में लागू किया जाएगा। बता दें कि राष्ट्रीय स्तर पर पाठयक्रमों में एकरूपता लाने के लिहाज से मुख्यमंत्री योगी ने यूपी के परिषदीय स्कूलों में एनसीईआरटी की पाठ्य पुस्तकों को लागू करने का निर्देश दिया है।
शिक्षक किए जाएंगे प्रशिक्षित
परिषदीय स्कूलों में एनसीईआरटी का कोर्स लागू करने से पहले शिक्षकों को प्रशिक्षित किया जाएगा। इसके लिए राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) की ओर से शिक्षकों को प्रशिक्षित करने की योजना बनाई जा रही है। अधिकारियों के अनुसार बीते साल एनसीईआरटी का पाठ्यक्रम लागू करने पर कई जगह शिक्षकों को पढ़ाने में दिक्कत हुई थी। उसी से सबक लेते हुए इस बार प्रशिक्षण पर जोर दिया जा रहा है।
एससीईआरटी की निदेशक शुभा सिंह के अनुसार नए सत्र में कक्षा तीन तक एनसीईआरटी की किताबें लागू करने की योजना है। कैबिनेट से प्रस्ताव को हरी झंडी मिलने पर आगे की कार्यवाही शुरू होगी। फिलहाल चौथी से आठवीं कक्षा तक की किताबों की छपाई की तैयारी चल रही है। उन्होंने कहा कि कोई बड़ी अड़चन न आई तो इस बार समय से किताबें उपलब्ध करा दी जाएंगी।