चंदौलीः दक्षिण कोरिया गणराज्य के बौद्ध भिक्षुओं के जनपद में प्रवेश पर जिला प्रशासन द्वारा पुष्प देकर किया गया स्वागत, 43 दिनों की यात्रा के दौरान उत्तर प्रदेश व बिहार राज्य के बौद्ध स्थलों का पदयात्रा लगभग 1167 किमी…..चकिया के इस में रात्रि प्रवास करेगा, डीएसपी रघुराज ने कर रखा है सुरक्षा की चाकचौबंद व्यवस्था……
बौद्ध भिक्षु के जनपद में प्रवेश पर जिला प्रशासन द्वारा पुष्प देकर किया गया स्वागत
चंदौली। दक्षिण कोरिया गणराज्य के 108 बौद्ध भिक्षुओं का प्रतिनिधिमंडल अपने 43 दिवसीय बौद्ध स्थलों के पदयात्रा के क्रम में जनपद वाराणसी के सारनाथ में यात्रा के शुभारंभ के उपरांत द्वितीय दिवस 12 फरवरी की भोर में लगभग 2ः45 बजे टेंगरा मोड़ से जनपद चंदौली की सीमा में प्रवेश किया। बौद्ध भिक्षु के प्रतिनिधिमंडल का जनपद में प्रवेश करने पर जिला प्रशासन की ओर से उनका पुष्प देकर स्वागत किया गया।
बताया गया कि भारत व दक्षिण कोरिया के 50 वर्षों के डिप्लोमेटिक रिलेशंस एवं विश्व शांति के उद्देश्य से बौद्ध भिक्षुओं का दलअपने 43 दिनों की यात्रा के दौरान उत्तर प्रदेश व बिहार राज्य के बौद्ध स्थलों का पदयात्रा के माध्यम से भ्रमण करते हुए लगभग 1167 किलोमीटर की यात्रा तय करेंगे। जनपद में बौद्ध भिक्षुओं का दल 24 किलोमीटर की यात्रा पूर्ण कर विकास खंड चकिया के ककोरिया ग्राम में रात्रि प्रवास करेगा व सोमवार की प्रातः पुनः यात्रा प्रारंभ कर बिहार की सीमा में प्रवेश करेगा। सारनाथ से 11 फरवरी से पदयात्रा प्रारंभ होकर बौद्ध भिक्षुओं का दल सारनाथ, बोधगया, राजगीर, नालंदा, वैशाली, कुशीनगर, लुंबिनी होते हुए 19 मार्च को श्रावस्ती में समापन होगा। जिलाधिकारी के निर्देशानुसार जनपद में बौद्ध भिक्षुओं की पदयात्रा के दृष्टिगत पर्याप्त सुरक्षा, चिकित्सा, साफ सफाई, यातायात आदि समस्त आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित की गई हैं। जनपद में प्रवेश के समय उप जिलाधिकारी पीडीडीयू नगर अविनाश कुमार, क्षेत्राधिकारी यातायात कृष मुरारी शर्मा, पर्यटन सूचनाधिकारी नितिन दिवेदी प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।