कविता
-
मिर्च मसाला
थोड़ा- थोड़ा पैसा मिलता रहे मिर्च, मसाला घर का चलता रहे पूरी होती रहे हर जरुरत जिन्दगी लगती रहे खूबसूरत…
Read More » -
शराब की लत
शराब की लत चंदा इकट्ठा करके लाया गया कफन एक शराबी को ऐसे किया गया दफन। पी गया पूरे जीवन…
Read More » -
भूली बिसरी प्रेम कहानी
फिर एक याद आई । भूली बिसरी वो प्रेम कहानी । नवजीवन की वह पहली सांस दिल में कई थी…
Read More » -
सर्द मौसम
आबरू शिशिर की, लूटने बरसात आ गई । कास्तकारों के मरने की, अब बात आ गई ।। बतलाती है विक्षोभ…
Read More » -
जय माँ कालरात्रि
दुर्गा जी की सप्त शक्ति कहलाती माँ कालरात्रि रौद्र रूप लिए धूम्र वर्णा रखती चार भुजाएं माता उत्पत्ति का…
Read More » -
जय स्कंदमाता
केहरी वाहन हो आरोहित शुभ्र वर्ण से हो सुशोभित चार भुजाओं से विभूषित करें कमलासन पर विश्राम दो हाथों में…
Read More » -
जय ब्रह्मचारिणी माँ
श्वेत वस्त्र से अति शोभित तुम्हारा कन्या रूप निराला एक हाथ में लिए कमंडल माँ दूजे हाथ में तुम माला…
Read More » -
जय श्री गणेश
जय श्री गणेश मात-पिता ही तीनों लोक तुम्हारे वाहन तुम्हारे, नन्हे मूषक प्यारे चतुर्भुज हो तुम हो बुद्धि के दाता…
Read More » -
कविता के माध्यम से एक बच्चे ने नेताओं की कार्य प्रणाली पर कसा तंज
आओ बच्चों तुम्हे दिखायें शैतानी शैतान की। नेताओं से बहुत दुखी है जनता हिन्दुस्तान की।। बड़े-बड़े नेता शामिल हैं घोटालों…
Read More » -
चंद्रयान चंद्र सतह पर
देखो क्या क्या करता है अब खोज लेगा ये जानकारी सब चालीस दिवस दीर्घयात्रा कर पहुँचा चंद्रयान चंद्र सतह पर…
Read More »