कविता
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गांव के गलियारे, शहरों में वो अपनत्व कहां
गांव के गलियारे शहरों में वो अपनत्व कहां जो हैं गांव के गलियारे में सुकून हैं,नीम की छांव हैं l…
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“अलविदा स्वर साम्राज्ञी लताजी”
28 सितंबर 1929 को जन्मी स्वर कोकिला। जिनके सानिध्य में संगीत का आनंद सबको मिला॥ आपकी आवाज ने दी थी…
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“राष्ट्रीय युवा दिवस”
प्रति वर्ष 12 जनवरी को मानते हम राष्ट्रीय युवा दिवस। विवेकानन्दजी ने किया था तम का विध्वंस॥ इसी दिन हुआ…
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अश्रु
बहते है अश्क ही आंखो के द्वार से खुशी हो तो भी बहेंगे ये गम में तो बहने का दस्तूर…
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“भाव तुलसी के”
श्रीराम की आराधना हो, भाव तुलसी के। काव्य की नित साधना हो, भाव तुलसी के। आओ हम चिंतन करें बालपन…
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कमी है बहुत खुबियां भी बहुत हैं, सभी में यही गुण भरे हैं यारो।
कमी है बहुत खुबियां भी बहुत हैं, सभी में यही गुण भरे हैं यारो। कमी किसी को दिखी किसी को…
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जीवन स्वयं गढ़ेंगी हम : प्रमोद दीक्षित “मलय”
आसमान में उड़ने का कौशल है आजादी दो। गिरि-शिखर झुकाने का साहस बल है आजादी दो। मां पोषण-प्यार, दुलार हमें…
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मां लौटकर आयेगी पर आस नहीं है आने की :अमन मिश्रा
मां की यादें मां लौटकर आयेगी पर आस नहीं है आने की! अब तो आदत हो गई है रोकर…
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खुशियों की सौगात !!सत्यवान सौरभ
खुशियों की सौगात !! ●●●●●●●●●●●●●●●●●●●● पाई-पाई जोड़ता, पिता यहाँ दिन रात ! देता हैं औलाद को, खुशियों की सौगात !!…
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वो चिड़िया, जो आज भी याद आती है : रामसेवक वर्मा
वो चिड़िया, जो आज भी याद आती है। सोते – जागते हर पल मुझे सताती है। लंबी – सी चोंच,…
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