कविता

श्री राम जी

कितने वर्षों के बाद श्री राम जी मिले। मुस्कुराहटों से हम सबके चेहरे खिले। ना दुख जताया था ना हर्ष।…

4 months ago

गुंडा भईया

चोर ले जाता है पैसे गुल्लक तोड़ के कानून सोता है अपनी रजाई ओढ़ के हाथ में लेके लाठी डण्डे…

5 months ago

उतार-चढ़ाव

ज़िंदगी में उतार-चढ़ाव भी जरूरी हैं, सर्दी में धूप तो गर्मी में छांव भी जरूरी है। लहर में कसे हुए…

6 months ago

मिर्च मसाला

थोड़ा- थोड़ा पैसा मिलता रहे मिर्च, मसाला घर का चलता रहे पूरी होती रहे हर जरुरत जिन्दगी लगती रहे खूबसूरत…

11 months ago

शराब की लत

शराब की लत चंदा इकट्ठा करके लाया गया कफन एक शराबी को ऐसे किया गया दफन। पी गया पूरे जीवन…

11 months ago

भूली बिसरी प्रेम कहानी

फिर एक याद आई । भूली बिसरी वो प्रेम कहानी । नवजीवन की वह पहली सांस दिल में कई थी…

1 year ago

सर्द मौसम

आबरू शिशिर की, लूटने बरसात आ गई । कास्तकारों के मरने की, अब बात आ गई ।। बतलाती है विक्षोभ…

1 year ago

जय माँ कालरात्रि

  दुर्गा जी की सप्त शक्ति कहलाती माँ कालरात्रि रौद्र रूप लिए धूम्र वर्णा रखती चार भुजाएं माता उत्पत्ति का…

2 years ago

जय स्कंदमाता

केहरी वाहन हो आरोहित शुभ्र वर्ण से हो सुशोभित चार भुजाओं से विभूषित करें कमलासन पर विश्राम दो हाथों में…

2 years ago

जय ब्रह्मचारिणी माँ

श्वेत वस्त्र से अति शोभित तुम्हारा कन्या रूप निराला एक हाथ में लिए कमंडल माँ दूजे हाथ में तुम माला…

2 years ago

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