जिला अस्पताल में गंदगी मिलने पर जिलाधिकारी ने जताई नाराजगी
शीतलहर के प्रकोप को देखते हुए जिलाधिकारी राजेश कुमार पाण्डेय ने देर रात शहर के विभिन्न स्थानों का निरीक्षण किया।

- रैन बसेरों और आश्रय शेल्टर होम में व्यवस्थाएं दुरुस्त
- जिलाधिकारी ने की शीतलहर से निपटने के लिए व्यवस्थाओं का जायजा
- मरीजों को बांटे गए कंबल
जालौन: शीतलहर के प्रकोप को देखते हुए जिलाधिकारी राजेश कुमार पाण्डेय ने देर रात शहर के विभिन्न स्थानों का निरीक्षण किया। उन्होंने जिला अस्पताल, शहीद भगत चौराहा, रेलवे स्टेशन उरई और कोंच नगर का दौरा कर अलाव की व्यवस्था, रैन बसेरों और आश्रय शेल्टर होम की स्थिति का जायजा लिया।
अस्पताल में व्यवस्थाओं का निरीक्षण: जिलाधिकारी ने जिला अस्पताल में मरीजों से बातचीत की और उनकी समस्याओं को सुना। उन्होंने अस्पताल की इमरजेंसी वार्ड में गंदगी पाकर तुरंत सफाई कराने के निर्देश दिए और सफाई व्यवस्था को दुरुस्त रखने पर जोर दिया। मरीजों के तीमारदारों को कंबल भी वितरित किए गए।
रैन बसेरे और आश्रय शेल्टर होम में व्यवस्था: जिलाधिकारी ने कहा कि मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार किसी भी व्यक्ति को खुले आसमान में नहीं सोने दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि उपजिलाधिकारी और संबंधित अधिकारी लगातार निरीक्षण कर रहे हैं और रैन बसेरे व आश्रय शेल्टर होम में व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जा रही हैं। जनपद में कोई भी व्यक्ति खुले में सोते हुए नहीं पाया गया है।
अलाव की व्यवस्था: नगर पालिका और प्रशासन द्वारा प्रमुख स्थानों पर अलाव जलाए जा रहे हैं। जिलाधिकारी ने सभी अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे सुनिश्चित करें कि कोई भी व्यक्ति ठंड से पीड़ित न हो।
उपस्थित अधिकारी: इस दौरान नगर मजिस्ट्रेट राजेश कुमार वर्मा, कोंच उपजिलाधिकारी ज्योति सिंह, तहसीलदार जितेंद्र कुमार पटेल, अधिशासी अधिकारी नगर पालिका उरई राम अचल कुरील, पवन कुमार मौर्य कोंच सहित संबंधित अधिकारी मौजूद रहे।
जिला प्रशासन शीतलहर से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार है। जिलाधिकारी के निर्देशानुसार सभी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं ताकि जनता को किसी प्रकार की परेशानी न हो।
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