बीएसए रिद्धि की शताब्दी एक्सप्रेस टीम ने मारा स्कूलों में छापा, दिखा सख्त रुख
बच्चों की बुनियादी शिक्षा मजबूत करने एवं शिक्षकों की शत-प्रतिशत उपस्थिति सुनिश्चित करने के लिए प्रतिदिन स्कूलों का सघन निरीक्षण बीएसए की 15 सदस्यीय टीम द्वारा किया जा रहा है। यह टीम शताब्दी एक्सप्रेस से भी तेज काम करती है।
- सघन निरीक्षण अभियान से शिक्षकों में दहशत
- अमरौधा के 62 व मलासा के 52 स्कूलों का किया गया निरीक्षण
- स्कूलों से गायब शिक्षकों के खिलाफ वेतन रोकने का फरमान
कानपुर देहात, अमन यात्रा: बच्चों की बुनियादी शिक्षा मजबूत करने एवं शिक्षकों की शत-प्रतिशत उपस्थिति सुनिश्चित करने के लिए प्रतिदिन स्कूलों का सघन निरीक्षण बीएसए की 15 सदस्यीय टीम द्वारा किया जा रहा है। यह टीम शताब्दी एक्सप्रेस से भी तेज काम करती है। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी समेत सभी खंड शिक्षा अधिकारी एवं जिला समन्वयक की 15 सदस्यीय टीम द्वारा सक्रिय रूप से निरीक्षण कार्यों को संपादित किया जा रहा है।
स्कूलों में छापेमारी से शिक्षकों में हड़कंप मचा हुआ है। मंगलवार को विभाग के अधिकारियों की टीमों ने अमरौधा विकासखण्ड के 62 व मालासा के 52 स्कूलों में छापेमारी की और वहां की व्यवस्थाएं देखी।
इस दौरान कई अव्यवस्थाएं मिली साथ ही कई शिक्षक, अनुदेशक व शिक्षामित्र नदारद मिले। सभी अनुपस्थित रहने वाले कर्मियों का वेतन / मानदेय अग्रिम आदेशों तक के लिए अवरुद्ध कर दिया गया है।
निरीक्षण के प्रमुख बिंदु कायाकल्प योजना की प्रगति, निपुण भारत योजना के क्रियान्वयन की स्थिति, प्रधानाध्यापकों, शिक्षकों, अनुदेशकों, शिक्षामित्रों एवम विद्यार्थियों की उपस्थिति, शिक्षा की गुणवत्ता की स्थिति आदि रहे।
जिन विद्यालयों में समय से शिक्षकों की उपस्थिति नहीं रही, मध्याह्न भोजन की गुणवत्ता में कमी रही या अन्य प्रकार की लापरवाही पायी गई तो इस संदर्भ में सम्बन्धितों के विरुद्ध कठोर चेतावनी, स्पष्टीकरण की कार्यवाही करते हुए तत्काल निर्देशों का अनुपालन सुनिश्चित किए जाने हेतु निर्देशित किया गया।
बीएसए रिद्धी पाण्डेय ने बताया कि छापामारी का यह अभियान लगातार जारी रहेगा।गैरहाजिर पाए गए शिक्षकों, अनुदेशकों एवं शिक्षामित्रों से साक्ष्य सहित स्पष्टीकरण मांगा है, उनके वेतन भुगतान पर अग्रिम आदेशों तक रोक लगा दी है।