कलश यात्रा के साथ, सात दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा का हुआ शुभारम्भ
पुखरायां कस्बे के सुआ बाबा मंदिर परिसर में पुरुषोत्तम मास के अवसर पर आयोजक मंडल द्वारा आयोजित सात दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा में गुरुवार को चित्रकूट धाम से आए आचार्य पंडित विमलेश त्रिवेदी जी महाराज ने श्रोताओं को प्रथम दिवस की कथा सुनाई।

ब्रजेन्द्र तिवारी, पुखरायां। पुखरायां कस्बे के सुआ बाबा मंदिर परिसर में पुरुषोत्तम मास के अवसर पर आयोजक मंडल द्वारा आयोजित सात दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा में गुरुवार को चित्रकूट धाम से आए आचार्य पंडित विमलेश त्रिवेदी जी महाराज ने श्रोताओं को प्रथम दिवस की कथा सुनाई।
जिसे सुनकर श्रोता भावविभोर हो गए।पुखरायां कस्बे के सुआ बाबा मंदिर में गुरुवार को सात दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा के प्रथम दिवस में कथा का वर्णन करते हुए आचार्य पंडित विमलेश त्रिवेदी जी महाराज ने कहा कि भागवत महापुराण की कथा श्रवण करने से समस्त मनुष्यों का अज्ञान रूपी अंधकार समाप्त हो जाता है और मनुष्य को ज्ञान रूपी प्रकाश प्राप्त हो जाता है।मनुष्य का सबसे बड़ा अज्ञान क्या है कि हम मनुष्यों ने अपने शरीर और संसार को अपना यानी सत्य मान रखा है।
जबकि ये सब नाशवान है अतः जब मनुष्य श्रीमद् भागवत की कथा प्रेमपूर्वक सुनता है तो मनुष्य को यह ज्ञात होता है कि सत हरिभजन जगत सब सपना।ये शरीर और संसार सत्य नहीं है।सत्य है तो सिर्फ भगवान का भजन।भागवत कथा सुनने मात्र से ही मनुष्य को सारे पापों से मुक्ति मिल जाती है व मनुष्य को भगवान की कृपा प्राप्त होती है।इस मौके पर माया ओमर,रेखा ओमर,एकता, विनी,पूनम,कामिनी,निवेदिता, स्वाति, पुष्पा,चेयरमैन पूनम दिवाकर,करुणाशंकर दिवाकर सहित हनुमान बाल मंडल के कार्यकर्ता मौजूद रहे।
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