भागवत कथा सुनने का विषय नही अपितु जीने का विषय है : आचार्य प्रभूदास
मलासा विकासखंड के बरौर कस्बा स्थित दक्षिणामुखी हनुमान मंदिर में आयोजक मंडल द्वारा आयोजित सात दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा के दूसरे दिवस में आचार्य प्रभुदास अग्निहोत्री ने श्रोताओं को कथा का श्रवण कराया जिसे सुनकर श्रोता मंत्रमुग्ध हो गए।

अमन यात्रा, पुखरायां। मलासा विकासखंड के बरौर कस्बा स्थित दक्षिणामुखी हनुमान मंदिर में आयोजक मंडल द्वारा आयोजित सात दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा के दूसरे दिवस में आचार्य प्रभुदास अग्निहोत्री ने श्रोताओं को कथा का श्रवण कराया जिसे सुनकर श्रोता मंत्रमुग्ध हो गए।
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बरौर कस्बे में बीते रविवार से दक्षिणामुखी हनुमान मंदिर में आचार्य प्रभूदास अग्निहोत्री ने श्रोताओं को दूसरे दिवस की कथा सुनाई कथा में आचार्य ने श्रोताओं को बताया कि स्वकल्याण हेतु किए गए जीव के समस्त साधनों का फल श्रीमद्भागवत ही है इसकी प्राप्ति के बाद फिर जीव के कल्याण में लेश मात्र भी संशय नही रह जाता है वास्तव में भागवत कथा सुनने का विषय नही अपितु जीने का विषय है कहने का तात्पर्य है कि भागवत सुनकर भागवत बन जाना ही इसके श्रवण मनन की सार्थकता है कथा को सुनकर श्रोता मंत्रमुग्ध हो गए।इस मौके पर धीरेंद्र अवस्थी,परीक्षित श्यामबाबू गुप्ता,रामकिशोरी गुप्ता,रीतेश गुप्ता,सत्यप्रकाश गुप्ता,नेहा गुप्ता राघवेंद्र अग्रवाल आदि लोग भी मौजूद रहे।
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