बीएसए रिद्धी ने अनुपस्थित शिक्षिका का 1 दिन का वेतन अवरूद्ध करते हुए स्पष्टीकरण मांगा
शिक्षा विभाग के लाख प्रयास के बाद भी स्कूलों की व्यवस्थाओं में सुधार नहीं हो पा रहा है। बुधवार को बीएसए एवम उनकी टीम झीझक ब्लॉक के अलग-अलग स्कूलों में पहुंची और व्यवस्थाओं का जायजा लिया तो कई स्कूलों में व्यस्थाएं दुरुस्त मिली तो कई जगहों पर अव्यवस्थाओं की भरमार थी।
- लगातार निरीक्षण के बाद भी स्कूलों में नहीं पहुंच रहे शिक्षक
- निरीक्षण में बीएसए ने बच्चों के शैक्षिक स्तर को भी जांचा
झींझक, अमन यात्रा: शिक्षा विभाग के लाख प्रयास के बाद भी स्कूलों की व्यवस्थाओं में सुधार नहीं हो पा रहा है। बुधवार को बीएसए एवम उनकी टीम झीझक ब्लॉक के अलग-अलग स्कूलों में पहुंची और व्यवस्थाओं का जायजा लिया तो कई स्कूलों में व्यस्थाएं दुरुस्त मिली तो कई जगहों पर अव्यवस्थाओं की भरमार थी। इस दौरान 1 सहायक अध्यापिका बिना सूचना के गायब भी मिलीं।
शिक्षा अधिकारियों द्वारा किए जा रहे लगातार निरीक्षण के बाद भी शिक्षक अनुपस्थित मिले यह बड़ी बात है। वैसे देखा जाए तो शिक्षकों में निरीक्षण का खौफ छा गया है, नहीं तो अनगिनत शिक्षक अनुपस्थित मिलते थे। बता दें बीएसए व उनकी जांच टीम के ताबड़तोड़ निरीक्षणों से परिषदीय विद्यालयों में देर से पहुंचने वाले और अक्सर गैरहाजिर रहने वाले शिक्षकों की हालत खस्ता हो गई है। जो घर में बैठे-बैठे चैन की नींद लिया करते थे वे अब रातों में भी सकून से नहीं सो पा रहे हैं। सुबह 4 बजे ही जाग जाते हैं और स्कूल पहुंचने की तैयारी में जुट जाते हैं।
बुधवार को परिषदीय स्कूलों की शैक्षिक व्यवस्थाओं को सुदृढ़ एवं समयबद्ध करने के उद्देश्य से जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी के निर्देशन में समस्त जिला समन्वयक एवं समस्त खंड शिक्षा अधिकारियों द्वारा विकासखंड झीझक में संचालित विद्यालयों का औचक निरीक्षण किया गया जिसमें कुल 44 विद्यालयों का निरीक्षण हुआ। प्राथमिक विद्यालय भोलानगर में कार्यरत शिक्षिका अशोक कुमारी अनुपस्थित पाई गईं।
अनुपस्थित शिक्षिका का 1 दिन का वेतन अवरूद्ध करते हुए स्पष्टीकरण मांगा गया है। साथ ही जिन विद्यालयों में अन्य कमियां पाई गई हैं उनसे भी स्पष्टीकरण तलब किया गया है और सुधार करने हेतु आवश्यक निर्देश भी दिए गए हैं। कई स्कूलों में बेसिक शिक्षा अधिकारी ने बच्चों के शैक्षिक स्तर का आकलन किया। कई बच्चे हिंदी की पुस्तक भी सही से नहीं पढ़ सके, कुछ बच्चे अंग्रेजी के शब्दों का उच्चारण भी सही से नहीं कर सके। बीएसए ने शिक्षकों को बच्चों के शैक्षिक स्तर में सुधार लाने के सख्त निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि स्कूलों के संचालन में किसी भी प्रकार की गड़बड़ी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। नियमित रूप से विद्यालयों का निरीक्षण जारी रहेगा।