डीएम नेहा जैन ने कला उत्सव का किया शुभारंभ, स्टालों का किया अवलोकन
कला उत्सव, स्कूल शिक्षा और साक्षरता विभाग, शिक्षा मंत्रालय, भारत सरकार की वर्ष 2015 से एक ऐसी पहल है, जिसका उद्देश्य माध्यमिक स्तर के विद्यार्थियों की कलात्मक प्रतिभा को पहचान दिलाना, उसे पोषित करना, प्रस्तुत करना और शिक्षा में कला को बढ़ावा देना है।
- कला उत्सव-एक विरासत है : जिलाधिकारी
सुनीत श्रीवास्तव, पुखरायां : कला उत्सव, स्कूल शिक्षा और साक्षरता विभाग, शिक्षा मंत्रालय, भारत सरकार की वर्ष 2015 से एक ऐसी पहल है, जिसका उद्देश्य माध्यमिक स्तर के विद्यार्थियों की कलात्मक प्रतिभा को पहचान दिलाना, उसे पोषित करना, प्रस्तुत करना और शिक्षा में कला को बढ़ावा देना है।
कला के अन्तर्गत विधाए-हाथ से बनाये गये उत्कृष्ट चित्र, पेंटिग, मूर्तिशिल्प, खेल खिलौने (मिट्टी, सेरेमिक क्राफ्ट लोक संस्कृति एवं क्षेत्रीय संस्कृति से सम्बन्धित शैक्षिक गीत (एकल), शैक्षिक नाटक, लोकगीत, संगीतवादन का प्रदर्शन (सम्बन्धित वाद यंत्र) आदि है। अभिनव पर्व के अन्तर्गत कला महोत्सव का आयोजन डायट कानपुर देहात के सौजन्य से शिववती शिवनन्दन शुक्ला महाविद्यालय पुखरायां में सम्पन्न हुआ, जिसका उद्घाटन जिलाधिकारी नेहा जैन द्वारा फीता काटकर तथा माॅ सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्वलन करके किया गया।
डायट प्राचार्य राजेश कुमार वर्मा द्वारा जिलाधिकारी का प्रतीक चिन्ह देकर स्वागत किया गया। जिलाधिकारी ने प्रदर्शनी में लगायी गयी विभिन्न प्रकार की कलाकृतियों का क्राफ्ट स्टालों आदि का अवलोकन किया एवं प्रशंसा की।
कला उत्सव में गायन विद्या में प्रथम स्थान में शैलेश पाल, मूर्तिशिल्प में स्नेहा, खेल खिलौने में दीक्षा मिश्रा, क्राफ्ट में स्वाती कटियार तथा हाथ से बनाये गये चित्र में स्वाती मिश्रा, वादन में राजीव तिवारी तथा गायन में अमृता यादव विजयी रहें।
इस मौके पर विद्यालयों के शिक्षक, शिक्षिकाएं एवं छात्र, छात्राएं आदि उपस्थित रहे।