अंतर्जनपदीय तबादले होने हैं 10 फीसदी, बीमारों की फौज कई गुना ज्यादा
बेसिक शिक्षा विभाग में चल रही शिक्षकों की अंतर्जनपदीय तबादला प्रक्रिया में जनपद के करीब 182 शिक्षकों ने अपने गृह जनपद या उसके पास के जिले में जाने के लिए आवेदन किया है। विभाग इनकी पत्रावलियों की जांच कर रहा है। खास बात यह है कि इनमें से करीब 75 शिक्षकों ने असाध्य बीमारी की बात कही है.

कानपुर देहात। बेसिक शिक्षा विभाग में चल रही शिक्षकों की अंतर्जनपदीय तबादला प्रक्रिया में जनपद के करीब 182 शिक्षकों ने अपने गृह जनपद या उसके पास के जिले में जाने के लिए आवेदन किया है। विभाग इनकी पत्रावलियों की जांच कर रहा है। खास बात यह है कि इनमें से करीब 75 शिक्षकों ने असाध्य बीमारी की बात कही है। ट्रांसफर के लिए बड़ी संख्या में असाध्य बीमारी के मामले आने पर बीएसए रिद्धी पाण्डेय ने इनकी फिजिकल जांच के लिए मेडिकल बोर्ड के गठन के लिए सीएमओ को पत्र लिखा है।
अन्तजर्नपदीय तबादला करीब 10 फीसदी शिक्षकों के होने हैं-
तबादला के लिए अलग-अलग कैटेगरी निर्धारित की गई हैं। इनमें महिलाओं, असाध्य रोगियों, पति-पत्नी के सरकारी सेवा में होने, पति-पत्नी या पाल्य के असाध्य रोग से पीड़ित होने पर इनको तबादला में भारांक दिया जाएगा। बताया जा रहा है कि भारांक हासिल करने के लिए शिक्षकों ने असाध्य बीमारी के फर्जी प्रपत्र लगाए हैं। भारी संख्या में यह प्रपत्र सामने आने के बाद विभाग भी परेशान है। बीएसए रिद्धी पाण्डेय ने बताया कि असाध्य रोग को लेकर जिन शिक्षकों ने प्रपत्र लगाए हैं उनकी जांच के लिए डीएम के निर्देश पर सीएमओ से मिलकर एक पैनल गठित किया जायेगा। इस पैनल में विभाग के अधिकारियों के अलावा डीएम की ओर से नामित अधिकारी व स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी शामिल होगें।
परीक्षण कराने के लिए पहले से तय लिस्ट के अनुसार पांच पांच लोगों को परीक्षण के लिए बुलाया जायेगा। इसमें पहले दिव्यांगता का परीक्षण होगा। इसके बाद अन्य गंभीर बीमारी और रोगों को लेकर परीक्षण किया जाएगा।
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