सीएसजेएमयू में संगीत थेरेपी पर एफडीपी प्रारम्भ
छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय के संगीत विभाग द्वारा संगीत चिकित्सा विषय पर सोमवार से फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम की शुरुआत हुई।

- तन और मन को प्रभावित करता है संगीत: डॉ. मीरा माथुर
कानपुर,अमन यात्रा। छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय के संगीत विभाग द्वारा संगीत चिकित्सा विषय पर सोमवार से फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम की शुरुआत हुई। मुख्य अतिथि डॉ. मीरा माथुर, रजिस्ट्रार, भातखंडे संगीत संस्थान डीम्ड विश्वविद्यालय, लखनऊ ने कहा कि संगीत चिकित्सा भविष्य की एक मजबूत पैथी बनेगी। अभी भी कुछ मेडिकल विश्वविद्यालयों में इस पैथी का उपयोग किया जा रहा है। ऐसे में इस तरह की एफ.डी.पी बेहद महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि संगीत चिकित्सा के माध्यम से मरीज शारीरिक तथा मानसिक रुप से स्वस्थ होता है, क्योंकि संगीत न सिर्फ हमें शारीरिक रूप से बल्कि हमारे मन को भी प्रभावित करता है। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य में सुधार हेतु संगीत का किसी भी रूप में उपयोग करना संगीत चिकित्सा के अन्तर्गत आता है।
कानपुर रत्न से सम्मानित विशिष्ट अतिथि डॉ. आरती लाल चंदानी, सेवानिवृत प्राचार्या, गणेश शंकर विद्यार्थी मेडिकल कॉलेज, कानपुर ने बताया कि हमारा भारतीय संगीत हमेशा से ही संगीत कला में धनी रहा है। यहां हर मौसम, हर पहर गीत गाने के अलग-अलग राग है। यहां बच्चों को खाना खिलाने से लेकर उसे सुलाने तक लिए गीत गाये गये है। ये संगीत कोरोना काल में मरीजों को स्वस्थ रखने में भी कारगर साबित हुआ है, इसलिए हमें संगीत चिकित्सा का ज्यादा से ज्यादा प्रचार प्रसार करना होगा। सुप्रसिद्ध संगीत चिकित्सक तथा कार्यक्रम की रिसोर्स पर्सन रुमा चक्रवार्ती ने बताया कि संगीत से चिकित्सा के क्षेत्र में बहुत संभावनाएं है तथा हमें इस क्षेत्र में निरंतर रिसर्च करते रहने की जरूरत है।
सीएसजेएमयू, डीन एकेडमिक प्रो. रोली शर्मा ने संगीत को जीवन का महत्वपूर्ण हिस्सा बताया। उन्होंने कहा कि संगीत हमारे मन को वो शांति प्रदान करता है, जिससे हम उत्साहित महसूस करते है। डी.एस.डब्लू. प्रो. संजय स्वर्णकार ने संगीत चिकित्सा को प्रकृति के हर जीव के लिए उपयोगी बताया। उन्होंने कहा कि संगीत सुनकर एक नन्हे से बालक से लेकर पेड़-पौधे तक प्रफुल्लित हो जाते है।
कार्यक्रम का संचालन एफडीपी की संयोजिका डॉ. ऋचा मिश्रा ने किया। उन्होंने बताया कि कुलपित प्रो. विनय कुमार पाठक के मार्गदर्शन में यह एफडीपी 29 अप्रैल तक आयोजित की जा रही है। यह ऑनलाइन तथा ऑफलाइन दोनो माध्यमों द्वारा आयोजित हो रही है। इस मौके पर डॉ. सिधांशु राय, डॉ. सचिव गौतम, डॉ. बृजेश कटियार, डॉ. रश्मि गौतम समेत कई प्रतिभागी मौजूद रहे।
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