
शहाबगंज: वनभीषमपुर गांव में मनरेगा के तहत बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार, मौके पर मजदूर की संख्या मात्र 1, कागजों में 63 कर रहे काम…..एक ही फोटो को तोड़ मरोड़ कर कई दिन दी जा रही मनरेगा साइट पर हाजिरी……ग्रामीणों का आरोप सेक्रेटरी साहब भी लेंते हैं हिस्सा…..
ग्राम प्रधान व मनरेगा मेठ मिलकर लूट रहे सरकारी धन
मौके पर मजदूरों की संख्या 1,फर्जी तरीके से निकाला जा रहा है धन
शहाबगंज, चंदौली। स्थानीय विकास खंड अंतर्गत वनभीषमपुर गांव में मनरेगा का कार्य ग्राम प्रधान द्वारा कराया जा रहा है। इसमें बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार का भी खेल खेलने का कार्य किया जा रहा है। ग्राम प्रधान व मनरेगा मेठ मिलकर एक ही फोटो को दो-दो दिन व पुरानी फोटो को मोबाइल में ओपन कर हाजिरी षड्यंत्र तरीके से मनरेगा साइड पर देकर सरकार के खजाने में विधिवत सेंध लगाने का कार्य कर रहे हैं। यहीं नहीं मनरेगा मजदूरों के स्थान पर मोबाइल काम कर रही है। 25 सितंबर 2024 को जो फोटो हाजिरी के तौर पर मनरेगा साइड पर टैग किया गया है वहीं फोटो 27 सितंबर 2024 को भी फर्जी तरीके से टैग कर दिया गया है। जिससे यह साबित हो रहा है कि भ्रष्टाचार की गाथा ग्राम प्रधान व मनरेगा मेठ मिलकर रच रहे हैं। यहीं नहीं मनरेगा साइड पर टैग की गई फोटो में नाम मात्र के मनरेगा मज़दूरों की संख्या दिख रही है, लेकिन फर्जी तरीके से हाजिरी 60 के पार मजदूरों की दी जा रही है। मौके पर मजदूरों की संख्या एक है। यदि समय रहते ग्राम प्रधान पर कार्रवाई नहीं हुई तो ग्रामीण DC मनरेगा चंदौली से लिखित प्रार्थना पत्र देकर जांच की मांग करेंगे। वहीं ग्रामीणों का आरोप है कि सेक्रेटरी साहब भी अपना हिस्सा लेकर शांत रहते हैं। कोई कार्रवाई का नाम नहीं लेते हैं।
जहां केंद्र की मोदी सरकार व प्रदेश की योगी सरकार जहां भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने के लिए तरह-तरह के तरीके अपनाते हुए दिन-रात मेहनत कर रही है तो वही कुछ भ्रष्टाचारी लोग शासन के मंसूबों पर पानी फेरते हुए अपना षड्यंत्र रच शासन के खजाने में सेंध लगाने पर उतारू हो गए हैं। हम बात कर रहे हैं स्थानीय विकास खंड अंतर्गत वनभीषमपुर गांव की। वनभीषमपुर गांव में बड़े पैमाने पर ग्राम प्रधान व मनरेगा मेठ मिलकर भ्रष्टाचार को अंजाम देने में लगे हुए हैं। एक ही फोटो को दो-दो दिन मनरेगा साइड पर टैग किया जा रहा है। 25 सितंबर 2024 को जो फोटो मनरेगा साइड पर टैग किया गया है वहीं फोटो फर्जी तरीके से 27 सितंबर 2024 को भी हाजिरी के रूप में टैग की गई है। जिससे यह खुलेआम साबित हो रहा है कि ग्राम प्रधान व मनरेगा मेठ मिलकर भ्रष्टाचार का हथकंडा अपनाते हुए शासन के खजाने में सेंध लगा रहे हैं। यहीं नहीं मनरेगा में मजदूरों के स्थान पर सिर्फ रोड़ काम कर रहा है।
वनभीषमपुर गांव में 3 कार्य पर 8 मस्टररोल निकाला गया है। जिसमें कुल 63 मजदूर प्रतिदिन कार्य कर रहे हैं। हाजिरी के दौरान टैग की गई तस्वीर को देखी जाए तो एक-दो से अधिक मजदूर दिखाई नहीं दे रहे हैं। एक ही फोटो को मोबाइल में ओपन कर कई दिन हाजिरी दी जा रही है।
वर्जन-
खंड विकास अधिकारी ने कहा कि मामले की जांच कराकर ग्राम प्रधान व मनरेगा मेठ के ऊपर कार्रवाई की जाएगी।
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