जिलाधिकारी की अध्यक्षता में जिला स्वच्छता समिति/ जिला स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण मैनेजमेंट कमेटी की समीक्षा बैठक संपन्न
जिलाधिकारी नेहा जैन की अध्यक्षता में एवं मुख्य विकास अधिकारी सौम्या पांडेय की उपस्थिति में जिला स्वच्छता समिति/जिला स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण मैनेजमेंट कमेटी की समीक्षा बैठक मां मुक्तेश्वरी देवी सभागार कक्ष कलेक्ट्रेट में सम्पन्न हुई। बैठक में नौ बिन्दुओ पर चर्चा की गयी जो निम्नवत् है- ठोस तरल अपशिष्ट प्रबन्धन पर चर्चा.
- ग्रामीण स्तर पर स्वच्छता हेतु व्यवहार परिवर्तन अति आवश्यक
- प्रस्तावित परियोजना में कार्यस्थल का निर्धारण सुनिश्चित करें
- आई0जी0आर0एस0 के अंतर्गत डिफॉल्टर प्रकरणों की गुणवत्ता को बनाए रखते हुए निस्तारण सुनिश्चित करें
कानपुर देहात। जिलाधिकारी नेहा जैन की अध्यक्षता में एवं मुख्य विकास अधिकारी सौम्या पांडेय की उपस्थिति में जिला स्वच्छता समिति/जिला स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण मैनेजमेंट कमेटी की समीक्षा बैठक मां मुक्तेश्वरी देवी सभागार कक्ष कलेक्ट्रेट में सम्पन्न हुई। बैठक में नौ बिन्दुओ पर चर्चा की गयी जो निम्नवत् है- ठोस तरल अपशिष्ट प्रबन्धन पर चर्चा। स्वच्छ भारत मिशन योजनान्तर्गत शौचालय निर्माण हेतु पात्र लाभार्थियों को धनराशि निर्गत किये जाने पर चर्चा। स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण द्वितीय फेज के अन्तर्गत वित्तीय वर्ष 2023-24 में चयनित ग्रामों/ग्राम पंचायतों की कार्ययोजना प्रस्तुतीकरण पर चर्चा, स्वच्छ सर्वेक्षण 2023-24 पर चर्चा।
जनपद की क्रेडिट लिमिट में व्ययोंपरान्त गतवर्ष 2022-23 की अवशेष क्रेडिट लिमिट को दिनांक 01 अप्रैल 2023 से प्रारम्भिक अवशेष क्रेडिट लिमिट वित्तीय वर्ष 2023-24 में नियमानुसार व्यय पर चर्चा, ग्राम पंचायत विकास योजना में ठोस तरल अपशिष्ट प्रबन्धन के वित्त आयोग के कार्यों की कार्ययोजना पर चर्चा। अन्त्येष्टि स्थल निर्माण की समीक्षा। कामन सर्विस सेन्टर निर्माण पर चर्चा। पंचायत घर निर्माण पर चर्चा की गयी।
जिलाधिकारी द्वारा सभी संबंधित खंड विकास अधिकारियों को अपने-अपने क्षेत्रों हेतु जो कार्य योजना प्रस्तुत की गई है उसमें अनुमोदन से पूर्व स्थलों का निर्धारण अवश्य सुनिश्चित किया जाए जिससे क्षेत्र में जो कार्य किया जाना है वह सभी के सामने स्पष्ट रूप से प्रस्तुत किया जा सके। परियोजना के संबंध में जानकारी देते हुए जिला पंचायत राज अधिकारी द्वारा बताया गया कि जनपद के 471 राजस्व ग्रामों में से अभी तक 342 राजस्व ग्रामों की कार्य योजना प्राप्त हो गई है तथा 89 राजस्व ग्रामों की कार्य योजना अभी भी आना बाकी है । उन्होंने बताया कि 5000 से कम आबादी वाले 325 राजस्व ग्रामों तथा 5000 की जनसंख्या के ऊपर आबादी वाले 17 ग्राम पंचायतों की कार्य योजना को प्रस्तावित कराए जाने हेतु, जिलाधिकारी द्वारा सही सत्यापन हेतु एक विकासखंड की कार्ययोजना को अन्य विकास खंड के खंड विकास अधिकारियों को कार्य योजना को सौंपा गया, जिसके उपरांत यह सच संज्ञान में आया कि कार्य योजना में जिन स्थानों पर कार्य किया जाना है वह पूर्ण रूप से सुस्पष्ट नहीं है, जिसको जिलाधिकारी द्वारा स्पष्ट रूप से प्रस्तुत किए जाने के निर्देश दिए। यह भी निर्देशित किया कि इसमें किसी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी, वहीं उन्होंने कि अपने-अपने क्षेत्रों के प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक विद्यालयों, आंगनवाड़ी केंद्रों, हेल्थ एवं वैलनेस सेंटरों, पंचायत भवन, सामुदायिक शौचालय में टाइल्स आदि के भी कार्यों को कराया जाए। उन्होंने जिला पंचायतराज अधिकारी द्वारा ठोस व तरल अपशिष्ट प्रबंधन के अंतर्गत चिन्हित 27 मॉडल ग्रामों में कराए गए कार्यों की समीक्षा कराई, उन्होंने मॉडल गांव के निर्माण हेतु जो भी धनराशि आयी है उसका उपयोग करते हुए शीघ्र कार्य पूरा करने के निर्देश दिये। ग्रामीण स्तर पर व्यवहार परिवर्तन हेतु नुक्कड़ नाटक व पपेट शो आदि कराया जाना सुनिश्चित करें, जिससे ग्रामीणों के मध्य जागरूकता बढ़े। कार्ययोजना में स्वच्छता किट को भी सम्मिलित किया जाए, जिससे ग्रामीण स्तर पर स्वच्छता कर्मियों को साफ सफाई कार्य में सुविधा हो। प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण में शौचालय अवश्य बनाए जाएं।
इस दौरान मुख्य चिकित्साधिकारी, जिला पंचायतराज अधिकारी अन्य स्वच्छता समिति के सम्मानित सदस्यगण उपस्थित रहे।