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महिलाओ को आर्टिफिशियल ज्वैलरी बनाने का प्रशिक्षण दिया गया

युवा अकादमी मैं संस्था की अध्यक्ष दीपिका सिंह सेंगर के नेतृत्व में ग्राम सरवनखेड़ा कानपुर देहात की महिलाओ को आर्टिफिशियल ज्वैलरी बनाने का प्रशिक्षण दिया गया। जिसमे बताया गया कि आपको आर्टिफिशियल ज्वैलरी बनाने का प्रशिक्षण मिला है, यह एक अच्छी बात है! आर्टिफिशियल ज्वैलरी बनाना आपको उद्योग में रुचि और कौशल विकसित कर सकता है।

अमन यात्रा, सरवनखेड़ा : रविवार को युवा अकादमी मैं संस्था की अध्यक्ष दीपिका सिंह सेंगर के नेतृत्व में ग्राम सरवनखेड़ा कानपुर देहात की महिलाओ को आर्टिफिशियल ज्वैलरी बनाने का प्रशिक्षण दिया गया। जिसमे बताया गया कि आपको आर्टिफिशियल ज्वैलरी बनाने का प्रशिक्षण मिला है, यह एक अच्छी बात है! आर्टिफिशियल ज्वैलरी बनाना आपको उद्योग में रुचि और कौशल विकसित कर सकता है। यहां कुछ महत्वपूर्ण चरण और तकनीकों की जानकारी दी गई है जिसे आपका यह प्रशिक्षण शामिल करता होगा:

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  1. डिज़ाइन का चुनाव: सबसे पहले, आपको ज्वैलरी बनाने के लिए डिज़ाइन का चुनाव करना होगा। आपको अपने उत्पादों की लक्ष्य निर्धारित करने और अपने ग्राहकों के आकर्षण को ध्यान में रखते हुए आकार, रंग, पट्टी, आदि के साथ डिज़ाइन करना होगा।

 

  1. सामग्री का चयन: आर्टिफिशियल ज्वैलरी बनाने के लिए आपको उचित सामग्री का चयन करना होगा। इसमें धातु, प्लास्टिक, मोती, कंगन, आदि शामिल हो सकते हैं। आपको उचित माप के बिना और अपने उत्पादों के लिए सही संपत्ति चुनने में माहिर होना चाहिए।
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  1. कार्यक्षमता उपकरण: ज्वैलरी बनाने के लिए आपको कार्यक्षमता उपकरणों का उपयोग करना होगा। इसमें छोटे हथौड़ों, कट्टी, फाइल, वाइर कटर, प्लायर, संकेतक, विधुत दाग लेपक, आदि शामिल हो सकते हैं। इन उपकरणों को सही ढंग से प्रयोग करना सीखना आवश्यक होगा।

  1. जोड़-गठबंधन: ज्वैलरी बनाने में आपको संचिका, धागा, धातु की जोड़-गठबंधन और उनको सुरक्षित रखना सीखना होगा। आपको धागा या तार को कसने, बांधने, पकड़ने और पतले दाग करने की तकनीकों को आवश्यक मान्यता के साथ अपनाना होगा।

 

  1. सजावटी उपकरण: ज्वैलरी बनाने के लिए आपको सजावटी उपकरणों का उपयोग करना होगा, जैसे कि गोंद, रंग, आभूषण चमक, पत्थर, आदि। इन उपकरणों का सही ढंग से उपयोग करना सीखना महत्वपूर्ण होगा।

ध्यान देने योग्य है कि यह एक सामान्य मार्गदर्शन है और वास्तविक प्रशिक्षण अनुभव के साथ आपको अधिक कौशल और निपुणता प्राप्त होगी। आपका प्रशिक्षण किसी संबंधित संगठन, व्यापारिक संस्था या आपका प्रशिक्षण किसी संबंधित संगठन, व्यापारिक संस्था या कला संस्थान द्वारा दिया जा सकता है। आपके नजदीकी कला विद्यालय, ज्वैलरी डिज़ाइन इंस्टीट्यूट, व्यापारिक प्रशिक्षण संस्थान या ज्वेलर्स एसोसिएशन द्वारा आयोजित पाठ्यक्रम में आप प्रशिक्षित हो सकते हैं।

इन संस्थानों द्वारा आपको विभिन्न दक्षताओं, तकनीकों, डिज़ाइन और व्यापार के मूल सिद्धांतों का प्रशिक्षण मिलेगा। यहां आप विभिन्न धातुओं, सामग्रियों और उपकरणों का प्रयोग करने के बारे में जानकारी प्राप्त करेंगे, सही तकनीकों का अभ्यास करेंगे, और ज्वैलरी निर्माण की प्रक्रिया को समझेंगे।

यदि आपके पास आवश्यक प्रशिक्षण के लिए कोई संस्थान नहीं है, तो आप इंटरनेट पर ऑनलाइन ज्वैलरी बनाने के पाठ्यक्रम और ट्यूटोरियल भी खोज सकते हैं। विभिन्न वीडियो प्लेटफ़ॉर्म्स और ऑनलाइन संसाधनों पर आपको ज्वैलरी बनाने के लिए वीडियो, लेख और स्टेप-बाय-स्टेप निर्देश मिलेंगे। संक्षेप में, आर्टिफिशियल ज्वैलरी बनाने के लिए प्रशिक्षण प्राप्त करने के लिए आप नजदीकी कला विद्यालय, ज्वैलरी डिज़ाइन इंस्टीट्यूट, व्यापारिक प्रशिक्षण संस्थान या ऑनलाइन संसाधनों का सहारा ले सकते हैं। यह आपको आर्टिफिशियल ज्वैलरी निर्माण के विभिन्न पहलुओं को समझने और मास्टर करने में मदद करेगा। इस दौरान प्रियंका सिंह, खुशबू शर्मा, शानू देवी, बंदना देवी, अमरावती, गुड्डी देवी, वंदना, कल्पना देवी, आदि महिलाओं ने प्रशिक्षण लिया।

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AMAN YATRA
Author: AMAN YATRA

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