वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए खण्ड शिक्षाधिकारियों को बेसिक शिक्षा मंत्री ने दिए सख्त निर्देश
उत्तर प्रदेश के बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) संदीप सिंह ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए कर रहे ऑनलाइन मीटिंग में सभी जनपदों के खंड शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि स्कूलों में गुणवत्ता परक शिक्षा दी जाए। ब्लॉक स्तर पर संचालित विभिन्न कार्यक्रमों का क्रियान्वयन बेहतर ढंग से किया जाए।
- ब्लॉक स्तर पर संचालित विभिन्न कार्यक्रमों का क्रियान्वयन करें बेहतर ढंग से नहीं तो होगी कार्यवाही
कानपुर देहात,अमन यात्रा : उत्तर प्रदेश के बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) संदीप सिंह ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए कर रहे ऑनलाइन मीटिंग में सभी जनपदों के खंड शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि स्कूलों में गुणवत्ता परक शिक्षा दी जाए। ब्लॉक स्तर पर संचालित विभिन्न कार्यक्रमों का क्रियान्वयन बेहतर ढंग से किया जाए। प्रेरणा पोर्टल पर पंजीकृत छात्र-छात्राओं के सापेक्ष आधार प्रमाणीकरण के काम को गंभीरता से लेते हुए इसे पूरा किया जाए। स्कूलों में पेयजल की व्यवस्था बेहतर हो, शौचालय बेहतर ढंग से क्रियाशील हों और जल जीवन मिशन के तहत यूपीपीसीएल द्वारा कराए जा रहे पाइप्ड पेयजल आपूर्ति के तहत किए जा रहे कामों का सत्यापन किया जाए। विभिन्न योजनाओं की समीक्षा करते हुए प्रमुख सचिव बेसिक शिक्षा दीपक कुमार ने कहा कि सभी योजनाओं को समयबद्ध ढंग से पूरा किया जाए। इस मौके पर महानिदेशक स्कूल शिक्षा विजय किरण आनन्द सहित अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।
मीटिंग में निम्नवत महत्वपूर्ण निर्देश दिए गए
- आधार विहीन छात्रों के आधार त्वरित गति से बनाना, आधार पेंडिंग स्कूलों का अतिशीघ्र वेरिफिकेशन करके पेंडेन्सी समाप्त करना।
- शारदा पोर्टल पर प्रगति बहुत खराब है, नोडल शिक्षकवार समीक्षा करके चिंहित करें कि अभी तक कौन नोडल है जिसने शारदा एप पर कोई एंट्री नहीं की है।
- नॉट सीडेड पर डीबीटी पोर्टल में अपेक्षित प्रगति न करने वाले, खराब प्रदर्शन करने वाले स्कूलों को चिंहित कर उत्तरदायित्व निर्धारित करें।
- मानव संपदा का डाटा त्रुटि रहित करने, किस स्तर पर पेंडेन्सी है और क्यों है, चिंहित कर कार्यवाही प्रस्तावित करें।
- यूडीआईएसई पोर्टल को अपग्रेड कर दिया है, अब छात्रों के नाम भी आधार नंबर सहित अंकित किये जायेंगे। अभी से तैयारी सुनिश्चित करें।
- शिक्षकों की समस्या सही से सुनकर उनका समाधान यथा समय करें। शिक्षक, शिक्षामित्र, अनुदेशक लिपिक या अनुचर किसी को भी परेशान न करें। यदि कोई प्रतिकूल पाया गया तो विभागीय कार्यवाही निश्चित है।
- प्रतिमाह टीचर अटेंडेंस समय से लॉक कराये। समय से लॉक न करने वाले पर उत्तरदायित्व तय करें।
- मानव संपदा पोर्टल पर दर्ज छात्र संख्या का भौतिक सत्यापन रैंडम आधार पर करके रिपोर्ट दे।
- जो शिक्षक दूसरे जनपद से आये है, उनका लीव रिकॉर्ड जांचोपरांत मानव संपदा पोर्टल पर अपडेट करें।
- कंपोजिट ग्रांट की वाल पेंटिंग न करने वाले स्कूल को संदिग्ध मानते हुऐ सघन जांच करे और अनुपालन न करने पर दंडित कराये।
- कायाकल्प पर हेडमास्टर अपने स्कूल में पत्रावली रखे और प्रधान को प्रगति से अवगत कराकर 19 पैरामीटर्स पर कार्यवाही करें।
- निपुण लक्ष्य के प्रति जागरूक होकर प्रत्येक शिक्षक स्वयं हाथ से चार्ट बनाकर, अपनी क्लास मे चस्पा करें, यदि निरीक्षण में ऐसा नहीं मिला तो उत्तरदायित्व तय करें।
- प्रतिदिन प्रसारित शिक्षक संदर्शिका के अनुसार पढाई सुनिश्चित की जाय, निरीक्षण के समय गहनता से परखा जाय।
- सभी स्कूलों में हमारे शिक्षक बोर्ड तय मानक के अनुसार लगा है कि नहीं का निरीक्षण करें।
- अंत में मंत्री जी द्वारा संबोधित किया गया कि बीएसए, खंड शिक्षा अधिकारी अपनी भूमिका को अच्छी तरह से समझें और समन्वय बनाकर कार्य करें।