कथावाचक ने श्रोताओं को सुदामा चरित्र व परीक्षित मोक्ष की कथा सुनाई
भोगनीपुर तहसील क्षेत्र के गोपालपुर में आयोजक मंडल द्वारा आयोजित सात दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा के अंतिम दिन सोमवार को कथावाचक ने श्रोताओं को सुदामा चरित्र व परीक्षित मोक्ष की कथा सुनाई.

- ग्राम प्रधान दीपेंद्र यादव ने फूलमाला पहनाकर व अंगवस्त्र भेंटकर सभी का सम्मान किया।
ब्रजेन्द्र तिवारी, पुखरायां। भोगनीपुर तहसील क्षेत्र के गोपालपुर में आयोजक मंडल द्वारा आयोजित सात दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा के अंतिम दिन सोमवार को कथावाचक ने श्रोताओं को सुदामा चरित्र व परीक्षित मोक्ष की कथा सुनाई।इस अवसर पर कथावाचक सहित समस्त साथियों का अंगवस्त्र भेंटकर सम्मान किया गया।
सोमवार को तहसील क्षेत्र के गोपालपुर में आयोजित सात दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा के अंतिम दिन श्रोताओं को सुदामा चरित्र व परीक्षित मोक्ष की कथा सुनाई गई।भागवत कथा के महत्व के बारे में बताते हुए कथावाचक ने कहा कि मानव जीवन में भगवत कथा का बड़ा ही महत्त्व है।कथा के श्रवण से मोक्ष की प्राप्ति होती है तथा मन का शुद्धिकरण होता है।इस अवसर पर कथावाचक ब्यास व उनके समस्त साथियों का अंगवस्त्र भेंटकर सम्मान किया गया।
ग्राम प्रधान दीपेंद्र यादव ने फूलमाला पहनाकर व अंगवस्त्र भेंटकर सभी का सम्मान किया।इस मौके पर भारत सिंह,बीपी यादव,पप्पू यादव,दीपू,ब्रजभान,आशुतोष यादव,सत्यप्रकाश,उमाशंकर, सोनू,अजेंद्र,सोनू,दरोगा,राज यादव,शुभम सहित क्षेत्रवासी मौजूद रहे।
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