कानपुर देहातउत्तरप्रदेशफ्रेश न्यूज

अलम मुबारक का जुलूस पहुंचा मस्जिद इमामिया

कानपुर देहात से मोहम्मदपुर ग्राम पंचायत के कफील हुसैन पुत्र मुर्तजा हुसैन के मकान से अलम मुबारक का जुलूस पहुंचा मस्जिद इमामिया। बीते सोमवार को पिछले 53 वर्षों की भांति इस वर्ष भी श्री कफील हुसैन पुत्र मुर्तजा हुसैन के मकान पर 1 सफर उल मुजफ्फर से 10 सफर उल मुजफ्फर तक 10 मजलिसें मुनक्किद की गई ।जिनकी आखरी (अलविदाई) मजलिस आज दिनांक 28 अगस्त को इमामबारगाह मरहूमा श्रीमती असीला खातून पुत्री स्वर्गीय  नूरुल हसन रिजवी (जैदी मंजिल ) मोहम्मदपुर में मुनक्किद की गई।

विमल गुप्ता, मोहम्मदपुर। कानपुर देहात से मोहम्मदपुर ग्राम पंचायत के कफील हुसैन पुत्र मुर्तजा हुसैन के मकान से अलम मुबारक का जुलूस पहुंचा मस्जिद इमामिया। बीते सोमवार को पिछले 53 वर्षों की भांति इस वर्ष भी श्री कफील हुसैन पुत्र मुर्तजा हुसैन के मकान पर 1 सफर उल मुजफ्फर से 10 सफर उल मुजफ्फर तक 10 मजलिसें मुनक्किद की गई ।जिनकी आखरी (अलविदाई) मजलिस आज दिनांक 28 अगस्त को इमामबारगाह मरहूमा श्रीमती असीला खातून पुत्री स्वर्गीय  नूरुल हसन रिजवी (जैदी मंजिल ) मोहम्मदपुर में मुनक्किद की गई।

ये भी पढ़े-   एसडीएम व खाद्य सुरक्षा अधिकारी ने मिष्ठान की दुकानों पर की छापेमारी

जिसको मौलाना आली जनाब सदाकत हुसैन साहब इमामेजुमा वल जमात इमामिया मस्जिद मोहम्मदपुर कानपुर देहात ने खिताब फरमाया। और कर्बला में इमाम हुसैन अ स और उनके नन्हे नन्हे बच्चों औरतों व असहाब के साथ हुए जुल्मो पर प्रकाश डाला।और जालिमों के जुल्म की दास्तान बयान की ।जिसको सुनकर मजलिस में उपस्थित सभी लोग दहाड़े मारकर रोने लगे।और हजरत इमाम हुसैन अस  के ऊपर हुए जुल्म पर गम का इजहार किया। बाद मजलिस एक जुलूस अलम व ताजिया बरामद हुआ। जो अपने कदीमी रास्तों नूरुल हसन चौक, बीवी चौक , छोटी मस्जिद (अहलेसुन्नत) होता हुआ मस्जिद इमामिया चौक पहुंचा। जिसमें अंजुमन हुसैनिया कदीम मोहम्मदपुर ने नौहाख्वानी व सीनाजनी की। इसके बाद अलविदाई नोहे के साथ जुलूस मस्जिद इमामिया के अंदर अगले वर्ष तक के लिए मुल्तवी कर दिया गया। जिसमें बानिये मजलिस कफील हुसैन,  दिलावर हुसैन , इजहार हुसैन, फजील हुसैन , दिलनवाज ,हसीनू ,हुस्ने आलम , एजाज हुसैन , हसन मियां ,रामकिशोर गुप्ता , मनोज गुप्ता ,शत्रुघ्न सिंह (पूर्व प्रधान) ओमकार (प्रधान) तथा अंजुमन हुसैनिया के साहबे बयाज फकरे आलम तथा गांव के अन्य लोग मौजूद रहे।

Print Friendly, PDF & Email
AMAN YATRA
Author: AMAN YATRA

SABSE PAHLE

Related Articles

AD
Back to top button