कानपुर देहातउत्तरप्रदेशफ्रेश न्यूज

मेरा भारत महान था है और रहेगा, इसलिए विश्व गुरू पुनः बनेगा : पं शिवाकांत महाराज     

अकबरपुर अंतरराष्ट्रीय कथा व्यास आचार्य पं० शिवा कान्त महाराज के श्री मुख से सुनाई जा रही साप्ताहिक श्रीमद् भागवत महापुराण की पावन कथा एवं सनातन महोत्सव के दूसरे दिन महाभारत के युद्ध में पांडवों की विजय हुई और कोरवों की हार क्योंकि वे धर्म के मार्ग पर चल रहे थे इसलिए धर्म का मार्ग कभी न छोड़ें यह कहना है परीक्षित जन्म की कथा सुनाते हुए कहा कि मनुष्य ही परीक्षित है.

Story Highlights
  • आवश्यक है धर्म पर चलते रहें भारतीय 

सुशील त्रिवेदी, कानपुर देहात। अकबरपुर अंतरराष्ट्रीय कथा व्यास आचार्य पं० शिवा कान्त महाराज के श्री मुख से सुनाई जा रही साप्ताहिक श्रीमद् भागवत महापुराण की पावन कथा एवं सनातन महोत्सव के दूसरे दिन महाभारत के युद्ध में पांडवों की विजय हुई और कोरवों की हार क्योंकि वे धर्म के मार्ग पर चल रहे थे इसलिए धर्म का मार्ग कभी न छोड़ें यह कहना है परीक्षित जन्म की कथा सुनाते हुए कहा कि मनुष्य ही परीक्षित है.

मनुष्य को मात्र सात दिन का ही समय मिला है सोम मंगल बुध आदि यही सात दिन है इन्हीं सात दिन में मनुष्य को यहां से जाना है इन्हीं सात दिनों में यदि मनुष्य छल कपट परपंच का त्याग करके परमात्मा की शरणागति ग्रहण करता है तो वह मोक्ष को प्राप्त होता है महाभारत के प्रसंग में व्यास जी ने कहा कि कौरव अन्याय एवं धर्म के रास्ते पर चल रहे थे और पांडव धर्म के रास्ते पर चल रहे थे महाभारत के युद्ध में भले ही पांडवों की विजई हुई और कौरवों की पराजय हुई विजई होने के बावजूद भी पांडवों की बहुत बड़ी क्षति हुई व्यास जी ने जनता जनार्दन को यह बताया की मुनष्य को हमेशा वाद विवाद से सदैव नुकसान होता है.

इसलिए मनुष्य को विवादों के चक्कर में ना पढ़कर प्रेम स्नेह सौहार्द के साथ जीवन जीना चाहिए कथा व्यास ने कहां कि मेरा भारत महान था है रहेगा भारत विश्व गुरु था है रहेगा पूरा विश्व एक दिन सनातन मय होगा भारतीय संस्कृति का गुणगान करते हुए उन्होंने कहा कि जाने कितने अक्रांता आए और हिंदुस्तान को बर्बाद करने का स्वप्न देखते हुए चले गए.

विज्ञापन

इसी लिए मोहम्मद इकबाल ने कहा था सदियों रहा है दुश्मन दौर ए जमा हमारा कुछ बात है कि हस्ती मिटती नहीं हमारी मुगल हूंन यवान खिलजी अंग्रेज सब आए और दशकों तक हम पर शासन किया लेकिन हमारी सभ्यता और संस्कृति को हिला न पाए कथा के प्रधान यजमान रामचंद्र गुप्ता, डॉक्टर नरेंद्र द्विवेदी , ज्योत्सना कटियार पूर्व चेयरमैन , डॉक्टर उमेश तिवारी , प्रमोद मिश्रा , जब्बू अग्रवाल , रोहित गोयल लंदन से कथा सुनने आए , कंचन मिश्रा समाज सेविका आचार्य भास्कर , आचार्य सुनील , आचार्य आशुतोष गौड़ , ने व्यास पूजन करवाया कथा की पूरी जानकारी पं० उत्तम शुक्ला द्वारा दी गई।

Print Friendly, PDF & Email
AMAN YATRA
Author: AMAN YATRA

SABSE PAHLE

Related Articles

AD
Back to top button