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तापसी पन्नू ने हेटर्स को दिया करारा जवाब, बोली – जैसी हूं वैसी हूं, मेरे चेहरे पर कोई मुखौटा नहीं है

तापसी पन्नू इस वक्त बॉलिवुड की सबसे बिजी एकट्रेसेस में से एक है. अभी तक तापसी ने अपनी 4 फिल्मों की शूटिंग पूरी कर ली है और अब वो अनुराग कश्यप की फिल्म 'दोबारा' की शूटिंग कर रही है.हाल ही में तापसी के घर आयकर विभाग ने छापा मारा था जिसपर उन्होंने अब खुलकर बात की है.

मैं जैसी हूं वैसी हूं, मेरे चेहरे पर कोई मुखौटा नहीं है

तापसी ने आगे अपनी इमेज के बारे में बात करते हुए कहा कि, मैं जहां भी पहुंची हूं.और जो भी मैंने अभी तक अपनी इमेज बनाई है वो सिर्फ और सिर्फ मेरी मेहनत से बनाई है. और लोग मुझे जानते हैं कि मैं कैसी हूं.मेरे चेहरे पर कोई मुखौटा नहीं है.और मेरी ईमानदारी ही मुझे कॉन्फिडेंस देती है और निडर बनाती है.मेरा मानना है कि सबको अपनी बात ईमानदारी से रखनी चाहिए लेकिन किसी की भी भावना को ठेस नहीं पहुंचानी चाहिए. और अगर मुझे मुझे टारगेट करता है तो मैं उसे उसी की भाषा में जवाब नहीं दे सकती. अगर मैं भी यही करूंगी तो हम दोनों में फर्क क्या रह जाएगा. मैं गलत को गलत कहती हूं लेकिन किसी पर उंगली उठाए बिना.

मेरे पापा ने सोचा था जल्दी खत्म हो जाएगा मेरा करियर

वहीं तापसी अपने अभी तक के फिल्मी करियर को लेकर भी कई बातें शेयर करती है. तापसी ने बताया कि, एक वक्त था जब मेरे घर के लोग इस लाईन में आने से भी डरते थे. वो ऐसा टाईम था जब मिडिल क्लास के घर की लड़की का इस प्रोफेशन में आना अच्छा नहीं माना जाता. और मेरी फैमिली तो मुझे रात को अपने दोस्तों के घर भी रुकने नहीं देते थे.जब मैं मुंबई आई तो मेरी बहन शगुन भी मेरे साथ रहने आई. शुरुआत में तो पापा ने सोचा था कि मेरा फिल्मी करियर जल्द ही खत्म हो जाएगा, लेकिन अब मैंने सबकी सोच बदल दी है.

फिल्म जगत में महिलाओं का बहुत योगदान है – तापसी

वहीं फिल्म जगत में महिलाओं के योगदान की बात करते हुए तापसी ने कहा कि, हमारी फिल्म इंडस्ट्री में महिलाओं का योगदान अब बहुत तेजी से बढ़ा रहा है.लोगों का नजरिया भी अब महिलाओं के प्रति बदलने लगा है. जैसे मैं बताउं तो डायरेक्टर ऑफ फटॉग्रफी यानि डीओपी का काम बहुत मुश्किल होता है, लेकिन मेरी फिल्म ‘रश्मि रॉकेट’ की डीओपी नेहा मटियानी यानि एक महिला है. और उनकी खास बात ये है कि  शूटिंग के वक्त वो प्रेग्नेंट थी. और ये बात मुझे शूटिंग शुरू होने के बाद पता चली थी.ऐसे दिनों में भी वो काफी भारी-भरकम काम कर रही थीं. ये हमारे लिए प्रेरणादायक है.

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AMAN YATRA
Author: AMAN YATRA

SABSE PAHLE

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