मनीष की पत्नी ने परिवार की जान को बताया खतरा, कहा- किसी भी हद तक जा सकते कातिल
हत्यारोपित पुलिस कर्मियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराये हुए 60 घंटे बीत चुके हैं। अब तक पुलिस ने एक भी हत्यारोपित पुलिसकर्मी की गिरफ्तारी नहीं की है। हत्यारोपितों की गिरफ्तारी न होने से उन्हें और परिवार को जान का खतरा है।
कानपुर, अमन यात्रा । हत्यारोपित पुलिस कर्मियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराये हुए 60 घंटे बीत चुके हैं। अब तक पुलिस ने एक भी हत्यारोपित पुलिसकर्मी की गिरफ्तारी नहीं की है। हत्यारोपितों की गिरफ्तारी न होने से उन्हें और परिवार को जान का खतरा है। यह बातें रविवार को दिवंगत प्रापर्टी डीलर मनीष की पत्नी मीनाक्षी ने मीडिया कर्मियों से बातचीत के दौरान कहीं।
उन्होंने कहा कि जो पुलिसकर्मियों ने मेरे पति की पीट-पीटकर बेरहमी से हत्या कर सकता है वह बाहर भी किसी को मार सकता है। वह भी अपना बचाव करेगा। जब तक हत्यारोपित बाहर रहेंगे साक्ष्य मिटाने के साथ जांच को भी प्रभावित करेंगे। समय बीतता जा रहा है। अब तक गिरफ्तारी न होना चिंता का विषय है। सामान्य घटना होने पर पुलिस आनन-फानन गिरफ्तारी कर डालती है। गिरफ्तारी नहीं करती तो हिरासत में लेकर साक्ष्य संकलन के बाद आरोपितों को जेल भेजती है। मेरे पति की हत्या सामान्य नहीं है। फिर अब तक आरोपितों को गोरखपुर के अधिकारियों ने न तो हिरासत में लिया और न ही उन्हें जेल भेजा है। इससे उनकी मंशा साफ समझ में आ रही है।
मीनाक्षी का कहना है कि वर्दीधारी हत्यारोपितों ने मेरे निर्दोष पति की हत्या की है। पति की हत्या के लिए उनके पास कोई वजह भी नहीं थी। लेकिन मुझे और मेरे परिवार को नुकसान पहुंचाने की वजह आरोपितों के पास है। मैनें उन लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है। मीनाक्षी का कहना है कि उनके परिवार के लोग उसी जगह गये हैं जहां उसकी मांग का सिंदूर उजड़ा था। उनकी सुरक्षा को लेकर भी परेशान हैं। हालांकि एसआइटी की जांच पर उन्हें भरोसा और उम्मीदें हैं। काफी साक्ष्य एसआइटी ने जुटाये भी हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से अपील है कि जल्द से जल्द हत्यारोपितों की गिरफ्तारी कराकर सलाखों के पीछे पहुंचवायें।