मुजफ्फरनगर के बुढ़ाना से अति पिछड़ों को साधेंगे सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव, कश्यप महासम्मेलन में होंगे शामिल
मुजफ्फरनगर दंगे की याद बार-बार दिलाकर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) जहां एक बड़ी लकीर खींचने के लिए प्रयासरत है, वहीं समाजवादी पार्टी (एसपी) ने इसी क्षेत्र में मुस्लिम वोट सहेजने के साथ अति पिछड़ा वर्ग के वोट पर नजर जमा दी है।
लखनऊ अमन यात्रा । मुजफ्फरनगर दंगे की याद बार-बार दिलाकर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) जहां एक बड़ी लकीर खींचने के लिए प्रयासरत है, वहीं समाजवादी पार्टी (एसपी) ने इसी क्षेत्र में मुस्लिम वोट सहेजने के साथ अति पिछड़ा वर्ग के वोट पर नजर जमा दी है। समाजवादी पार्टी बुढ़ाना में 18 अक्टूबर को कश्यप महासम्मेलन करने जा रही है। इसमें आसपास के आठ जिलों के अति पिछड़े समाज के लोग शामिल होंगे। इसमें पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव भी मौजूद रहेंगे।
विधानसभा चुनाव की तैयारी में जुटी सपा ने पश्चिम उत्तर प्रदेश में कश्यप समाज के मतदाताओं को रिझाने के लिए कश्यप स्वाभिमान यात्रा भी निकालने की तैयारी की है। पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष राजपाल कश्यप इस यात्रा की शुरुआत नौ अक्टूबर को बुलंदशहर से करेंगे। गाजियाबाद, हापुड़, मेरठ, बागपत, शामली व सहारनपुर होते हुए 10 दिनों की यात्रा का समापन मुजफ्फरनगर के बुढ़ाना में 18 अक्टूबर को होगा। इसमें सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव शामिल होंगे। सपा की नजर कश्यप समाज पर इसलिए जा टिकी है, क्योंकि पिछड़ी जातियों में उनकी हिस्सेदारी करीब चार फीसद है।
पश्चिम यूपी के कद्दावर नेता भी जल्द थामेंगे साइकिल : कांग्रेस के पश्चिम उत्तर प्रदेश के एक कद्दावर नेता जल्द ही साइकिल की सवारी कर सकते हैं। अल्पसंख्यक समाज के यह नेता पहले भी सपा में ही थे। सहारनपुर से नाता रखने वाले यह नेता उस समय सर्वाधिक चर्चा में आए थे, जब उन्होंने 2014 के लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर विवादित टिप्पणी कर दी थी।
बसपा में हो सकती है बड़ी सेंधमारी : समाजवादी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी में भी बड़ी सेंधमारी करने की कोशिश में है। पिछले दिनों पूर्व मंत्री एवं विधायक लालजी वर्मा और राम अचल राजभर के अलावा बसपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष आरएस कुशवाहा सपा अध्यक्ष से मिल चुके हैं। जल्द ही इनके सपा में शामिल होने की उम्मीद है। इसके अलावा कई और नेता भी बसपा छोड़कर आने की तैयारी कर रहे हैं। सूत्रों के अनुसार बसपा में जल्द ही बड़ी टूट होने की संभावना है।