उत्तरप्रदेश

मुरादाबादः कर्ज में डूबे किसान ने की खुदकुशी,माहौल गमगीन

मुरादाबाद में कर्ज में डूबे किसान ने आत्महत्या कर ली. उसने दो सुसाइड नोट छोड़े हैं.

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मुरादाबाद,अमन यात्रा । एक ओर कृषि कानूनों को लेकर देश का किसान सड़क पर उतरा है. किसान को लगता है कि इससे उसकी आजादी छिन जाएगी और वह और कर्ज में डूब जाएगा. वहीं, दूसरी ओर मौजूदा सिस्टम से कर्ज में डूबे किसानों का आत्महत्या करने का सिलसिला नहीं रुक रहा है. ऐसा ही एक मामला मुरादाबाद में सामने आया है.

यहां कर्ज में डूबे किसान किरन पाल ने ख़ुद को गोली मार कर आत्महत्या कर ली. किरन पाल ने मरने से पहले पुलिस और परिवार के नाम दो सुसाइड नोट भी लिखे हैं. जिसमें उसने अपनी मौत के लिए एक निजी फाइनेंस कंपनी के दो कर्मचारियों को ज़िम्मेदार बताया है. मृतक किसान निजी फाइनेंस कम्पनी में काम करता था. 4 महीने पहले उसका एक्सीडेंट हुआ था. जिसके बाद कर्ज लेकर उसने अपना इलाज कराया था लेकिन फाइनेंस कम्पनी ने न तो उसका वेतन दिया और न ही उसके इलाज का खर्च दिया. पैसे मांगने पर किसान को फाइनेंस कम्पनी के दो अधिकारी जेल भिजवाने की धमकी देते थे. जिस से तनाव में आकर किसान ने आत्महत्या कर ली.

दो साल पहले हो चुकी है पत्नी की मौत
दरअसल, मुरादाबाद के बिलारी थाना इलाके के आलापुर गांव के निवासी किसान की पत्नी की दो साल पहले ही मौत हो चुकी है. वह अपने तीन बच्चों को लेकर अपनी मां के साथ रहता था. घर में किरन पाल ही एक मात्र कमाने वाला था. उसके पास 8 बीघा जमीन है जो कि उसने बंटाई पर दे रखी थी. किरन खुद मार्ग दर्शक माइक्रो फाइनेंस कंपनी में नौकरी करता था. हालांकि, एक्सीडेंट होने के कारण अपने इलाज के लिए उसने कर्ज लिया. कंपनी ने न तो उसके इलाज का पैसा दिया और न ही उसका वेतन दिया. जिससे वह आर्थिक तंगी से जूझ रहा था. इसी तनाव के चलते किसान ने आत्महत्या कर ली.

दो अलग-अलग सुसाइड नोट
किसान ने मौत को गले लगाने से पहले परिवार और पुलिस के लिए दो अलग-अलग सुसाइड नोट लिखे हैं. जिसमें उसने पुलिस को पूरी बात बताते हुए आरोपियों पर कार्रवाई की मांग की है. वहीं अपने परिवार और बच्चों को बड़ा ही दर्द भरा मार्मिक सुसाइड नोट लिखा है, जिससे किसान की मानसिक स्थिति का पता चलता है. अब पुलिस ने किसान के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है और मामले की जांच में जुट गई है.

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AMAN YATRA
Author: AMAN YATRA

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