झारखंड
वक्त का जागृत नाम जयगुरुदेव की ध्वनि बोलने से शारीरिक कष्ट, भूत-प्रेत बाधा और आने वाली तकलीफों से मिलेगी राहत
इस समय पर घर-घर में फैल चुकी विभिन्न प्रकार की दुःख तकलीफों से राहत दिलाने की फरियाद बार-बार सुनकर सबका उपाय एक साथ जयगुरुदेव नामध्वनी के रूप में बताने वाले जो महामंत्र संजीवनी बूटी के समान लोगों के लिए लाभकारी साबित हो रही है.
- जयगुरुदेव जयगुरुदेव जयगुरुदेव जयजय गुरुदेव की नामध्वनि बराबर बोलते रहो
- नाम ध्वनि बोलने से रोम-रोम में बैठे देवता जो विषय वासनाओं के आते ही दरवाजा खोल देते हैं, वे हट जाएंगे
रांची (झारखंड)- इस समय पर घर-घर में फैल चुकी विभिन्न प्रकार की दुःख तकलीफों से राहत दिलाने की फरियाद बार-बार सुनकर सबका उपाय एक साथ जयगुरुदेव नामध्वनी के रूप में बताने वाले जो महामंत्र संजीवनी बूटी के समान लोगों के लिए लाभकारी साबित हो रही है ऐसे इस समय के पूरे समर्थ सन्त सतगुरु दुःखहर्ता त्रिकालदर्शी दयालु उज्जैन वाले बाबा उमाकान्त जी महाराज ने 19 जून 2022 को रांची झारखंड स्थित आश्रम में दिए व अधिकृत यूट्यूब चैनल जयगुरुदेवयूकेएम पर लाइव प्रसारित संदेश में बताया कि कबीर साहब ने मेहनत करके ऊपर जाकर के भेद खोला, सतसाहब नाम को जगाया था। उनके बहुत से शिष्य हुये लेकिन यह भी देखा गया एक समय पर एक ही को नामदान देने, संगत को संभालने, जीवों को निज घर पहुंचाने का एक ही को आदेश होता है। कबीर जी ने नानक जी को आदेश दिया। उन्होंने वाहेगुरु नाम जगाया। शिव दयाल जी महाराज ने राधास्वामी नाम को जगाया। कुछ समय तक नाम चलते हैं। जब गुरु महाराज आए तो जयगुरुदेव नाम जगाया। कैसे जगाया जाता है, यह भी बता दूं आपको। बहुत पतले तार के द्वारा प्रभु परमात्मा से जुड़े हुए हो सब लोग। इसी तरह जब महापुरुष जिस नाम को जगाते हैं उसे प्रभु से जोड़ देते हैं। फिर जब उस नाम से प्रभु को पुकारते हैं तो वो मदद करता है और जितनी भी अपने बाधा होती हैं वह हट जाती हैं-
चाहे विघ्न अनेक करें बहुमाया
चाहे माया हो चाहे-
इंद्री द्वार झरोखा नाना। तहँ तहँ सुर बैठे करि थाना॥
आवत देखहिं बिषय बयारी। ते हठि देहिं कपाट उघारी।।
रोम-रोम पर देवताओं को बैठा दिया है कि विषय वासनाओं के आते ही कपाट खोल दो। ये इनका काम है।
33 करोड़ दुर्गा 10 करोड़ शंभू यह शक्तियां बैठी हुई हैं। यह कोई कुछ भी नहीं कर पाती उस नाम के आगे जब वह नाम पुकारा जाता है मौके का। वह प्रभु ऊपर से देखता है कि हमारा भक्त कोई पुकार रहा है, याद कर रहा है तो यह जो शक्तियां लगी रहती हैं, आने की इच्छा करती है वो सब हट जाती हैं।
जो नियम से बोलने लग गए उनके घरों से भूत-प्रेत भी चिल्ला-चिल्ला कर भगे
यही कारण है कि गुरु महाराज के जगाये नाम जयगुरुदेव की नाम ध्वनि जो लोग अपने घरों में बताये गए तरीके से बोलने लग गए तो घरों से भूत प्रेत चिल्ला-चिल्ला कर भगे कि हमारा तो कान फट रहा है, हम रह नहीं पा रहे हैं, हमारा तो दम घुट रहा है।
नाम ध्वनि बोलने से शारीरिक कष्ट और आने वाली तकलीफों से मिलेगी राहत
समझो! बहुत से लोगों के संकट दूर हुए जो बोलने लग गए। जयगुरुदेव नाम की ध्वनि बराबर अपने घरों में बुलावाओ। जरूरी नहीं है कि आपका पूरा परिवार यहां सतसंग नामदान कार्यक्रम में आया हो। घर के एक-दो आदमी आये हो। परिवार में बहुत से लोग हैं। आपको नामदान मिल जाएगा सुमिरन, ध्यान, भजन हर प्रकार के कष्टों को दूर करने के लिए करना है। दैहिक, दैविक, भौतिक तापा- इससे दूर होंगे। लेकिन परिवार के सब सदस्य (जिन्होंने नामदान नहीं लिया है) नहीं कर सकते। आपको जो नाम दिया जाएगा, उसको किसी को बताना नहीं है तो सदस्यों को नाम ध्वनि बोलवाना शुरू करो। इससे इनके अंदर भाव बनेंगे, सफाई होगी, तकलीफ है या आ रही हैं उसमें रुकावट होगी तो सब लोग बराबर नाम ध्वनि सबको बुलवाना शुरू कर दो।
कोई भी तकलीफ हो, जयगुरुदेव नाम की ध्वनि बोलना शुरू कर दो एक घण्टा सुबह और एक घण्टा शाम
समझ लो ठीक से जितनी भी बच्चियां, माताएं हो। कोई भी, कैसी भी तकलीफ रहती है, हमको तकलीफ है चाहे कोई रोग हो चाहे बच्चों परिवार में हो, चाहे आपका निंदा अपमान सब जगह होता हो, बुद्धि काम न करती हो, चाहे आपके रुपया पैसा में कमी आ जाती हो, पूरा न पड़ता हो, कोई भी संकट हो आपको तो सब लोग नाम ध्वनि बोलना बुलवाना शुरू कर दो अपने-अपने घरों में। कम-कम से आधा घंटा तो बोलना ही बोलना है। एक घंटा सुबह शाम अगर बोलने बुलवाने लगोगे तो इससे फायदा आपको दिखेगा।