कानपुर देहात में बेटी बचाओ अभियान को मिली नई ऊर्जा, हजारों बालिकाओं ने ली शपथ
भारत सरकार की महत्वाकांक्षी योजना 'बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ' के 10 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में आज कानपुर देहात में एक भव्य कार्यक्रम आयोजित किया गया।

- राष्ट्रीय बालिका दिवस पर जिलाधिकारी के नेतृत्व में हुआ भव्य समारोह
कानपुर देहात: भारत सरकार की महत्वाकांक्षी योजना ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ के 10 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में आज कानपुर देहात में एक भव्य कार्यक्रम आयोजित किया गया। राष्ट्रीय बालिका दिवस पर आयोजित इस कार्यक्रम में जिलाधिकारी आलोक सिंह ने हजारों बालिकाओं के साथ शपथ ली कि वे कन्या भ्रूण हत्या जैसी कुरीतियों का विरोध करेंगी और बेटियों को शिक्षित बनाने के लिए समाज को प्रेरित करेंगी।
कार्यक्रम का आयोजन मां मुक्तेश्वरी देवी सभागार, माती में किया गया। जिलाधिकारी ने कहा, “बेटियां हमारे समाज का आधार हैं। हमें उन्हें शिक्षित और सशक्त बनाना होगा।” उन्होंने शपथ लेते हुए कहा, “हम प्रतिज्ञा करते हैं कि अपने जीवन में कन्या भ्रूण हत्या नहीं करेंगे और न ही कन्या भ्रूण हत्या में सहयोग देंगे। हम यह भी संकल्प लेते हैं कि लड़कियों को पढ़ाने और सामाजिक सुरक्षा प्रदान करने के लिए समाज को प्रेरित करेंगे।”
इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी (प्रशासन) अमित कुमार ने कहा, “नये बदलते भारत में बदल लो अपनी सोच, बेटियां बनती हैं सहारा नहीं होती हैं बोझ।” जिला प्रोबेशन अधिकारी रेनू यादव ने बालिकाओं को महिला कल्याण विभाग की विभिन्न योजनाओं के बारे में जानकारी दी और उन्हें प्रेरित किया।
कार्यक्रम में लगभग 400 बालिकाओं ने बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ के नारों के साथ एक प्रभात फेरी निकाली। जिलाधिकारी ने इस रैली को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इसके बाद स्पोर्ट्स स्टेडियम में बालिकाओं के बीच विभिन्न दौड़ प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया।
इस कार्यक्रम के माध्यम से निम्नलिखित संदेश दिए गए:
- बेटियों को बचाना और पढ़ाना हमारा सामाजिक दायित्व है।
- कन्या भ्रूण हत्या एक गंभीर अपराध है।
- बेटियां समाज का आधार हैं और उन्हें समान अवसर मिलने चाहिए।
- महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए सरकार द्वारा कई योजनाएं चलाई जा रही हैं।
यह कार्यक्रम बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान को एक नई ऊर्जा प्रदान करने वाला साबित हुआ।
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