सरकारी स्कूलों के मास्टरों को पढ़ाई के साथ साथ बच्चों में निखारना होगा व्यक्तित्व विकास
परिषदीय विद्यालयों में बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए सरकार हर तरह से प्रयासरत है। अब परिषदीय स्कूलों में बच्चों की पढ़ाई के अलावा उनके व्यक्तित्व संबंधी आयामों जैसे शारीरिक क्षमता, मानसिक स्वास्थ्य, चपलता, सामाजिक व्यवहार आदि को भी आयु के अनुरूप शिक्षकों को विकसित करना होगा।
- परिषदीय विद्यालयों में गतिविधियों के माध्यम से शिक्षकों एवं विद्यार्थियों के बीच विकसित करने होंगे आत्मीय संबंध
कानपुर देहात; अमन यात्रा : परिषदीय विद्यालयों में बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए सरकार हर तरह से प्रयासरत है। अब परिषदीय स्कूलों में बच्चों की पढ़ाई के अलावा उनके व्यक्तित्व संबंधी आयामों जैसे शारीरिक क्षमता, मानसिक स्वास्थ्य, चपलता, सामाजिक व्यवहार आदि को भी आयु के अनुरूप शिक्षकों को विकसित करना होगा। निपुण भारत मिशन के तहत इसे रखा गया है। इस मिशन को सफल बनाने के लिए पूरा शिक्षा विभाग तत्पर है और इसी परिप्रेक्ष्य में बेसिक शिक्षा विभाग निरंतर सहयोग एवम सक्षम नेतृत्व की अपेक्षा करता है। निपुण भारत मिशन का लक्ष्य कक्षा 3 तक के बच्चों में भाषा एवम गणित की निर्धारित दक्षताएं प्राप्त कराना है। इसी क्रम में शिक्षक विद्यार्थी संबंध अभियान की शुरुआत की जा रही है। शिक्षक विद्यार्थी संबंध अभियान का मुख्य उद्देश्य शिक्षक और छात्रों के बीच भावनात्मक संबंध स्थापित कर कक्षा / स्कूल परिवेश को बच्चों के अनुकूल बनाना है। तत्क्रम में साप्ताहिक गतिविधियां निर्धारित की गईं हैं जिनको सपोर्टिव सुपरविजन विजिट्स के माध्यम से तथा बीईओ एवम बीएसए द्वारा व्यक्तिगत रुचि लेते हुए इनका क्रियान्वयन कराना होगा। बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए शिक्षकों द्वारा विद्यालय में कराई जाने वाली उत्कृष्ट गतिविधियों, क्रियाकलापों की सराहना करते हुए उन्हें पुरस्कृत भी किया जाएगा। खंड शिक्षा अधिकारी एवं जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी द्वारा इन गतिविधियों का अनुश्रवण करते हुए शिक्षकों को अपेक्षित मार्गदर्शन प्रदान किया जाएगा। इसके साथ ही संपादित गतिविधियों की विद्यालयवार, विकासखंडवार एवं जनपदवार समीक्षा खंड शिक्षाधिकारी एवं बेसिक शिक्षाधिकारी के माध्यम से की जाएगी। गतिविधियों के प्रभावी क्रियान्वयन हेतु शिक्षकों को अपेक्षित सहयोग भी प्रदान किया जाएगा।