बस पलटने के 24 घंटे बाद मलबे में दबा मिला यात्री का शव, आक्रोशित परिजनों ने लगाया जाम, काटा हंगामा
जालौन भिंड मार्ग पर गत शनिवार को एक बस के अनियंत्रित होकर खंदक में पलटने की घटना के 24 घंटे बाद उसी स्थान पर एक यात्री के शव मिलने से अफरा- तफरी मच गई। शव मिलने की सूचना पर एसडीएम और सीओ मौके पर पहुंचे हैं। कल इसी स्थान पर अधिकारियों ने इस घटना को मामूली बताते हुए घायलों का प्राथमिक उपचार कराकर घर भेज दिया था।
उरई,अमन यात्रा। जालौन भिंड मार्ग पर गत शनिवार को एक बस के अनियंत्रित होकर खंदक में पलटने की घटना के 24 घंटे बाद उसी स्थान पर एक यात्री के शव मिलने से अफरा- तफरी मच गई। शव मिलने की सूचना पर एसडीएम और सीओ मौके पर पहुंचे हैं। कल इसी स्थान पर अधिकारियों ने इस घटना को मामूली बताते हुए घायलों का प्राथमिक उपचार कराकर घर भेज दिया था। शव की शिनाख्त होने के बाद नाराज मृतक के स्वजन और अन्य ग्रामीणों ने कमसेरा- बंगरा मार्ग पर जाम लगा दिया। ग्रामीणों ने प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया है। एक घंटे से अधिक समय तक ग्रामीणों ने प्रदर्शन किया। एसडीएम ने आर्थिक मदद के आश्वासन के साथ जाम समाप्त कराया।
जालौन- भिंड मार्ग पर शनिवार को एक प्राइवेट बस सवारियां भरकर ग्वालियर के लिए रवाना हुई थी। बस में 45 यात्री थे। बस माधौगढ़ के रूरा सैय्यद बाबा मजार के पास अचानक अनियंत्रित होकर पलट गई थी। बस पलटने में आधा दर्जन यात्री मामूली रूप से घायल हो गए थे। मौके पर पहुंचे प्रशासनिक अधिकारियों ने घायलों को इलाज के बाद उनके घर भिजवा दिया था। देर शाम को प्राइवेट बस भी वहां से हटवा ली गई थी। तब तक भी यहां किसी के दबे होने की कोई आशंका भी नहीं थी। रविवार को प्रात: दस बजे वहां से निकले कुछ राहगीरों को मलबे में एक शव के फंसे होने की आशंका हुई। मौके पर पुलिस को सूचना दी गई तो पुलिस ने मलबे को इधर- उधर पलटकर देखा तो वहां से एक शव मिल गया। शव मिलने की जानकारी मिलने के साथ ही अफरा- तफरी मच गई।
वहां इकत्रित लोगों ने शव को पहचानने की कोशिश की लेकिन कोई सफलता नहीं मिल सकी। हालांकि मृतक की कलाई में मोहन दास लिखा था। पुलिस के मृतक की जेब से बरामद किए गए मोबाइल से उसकी शिनाख्त मोहनदास निवासी ग्राम परधानी थाना रेंढ़र के रूप में हुई। 45 वर्षीय मृतक पेशे से किसान था। वह शनिवार को अपनी ससुराल गड़रेना थाना रेंढ़र के लिए निकला था। स्वजन ने उससे संपर्क करने की काफी कोशिश की थी लेकिन उसका मोबाइल स्विच आफ हो गया था।
घटना की सूचना पर पहुंचे स्वजन पुलिस और प्रशासन की लापरवाही से काफी नाराज हो गए। आरोप था कि पुलिस ने बगैर बताए ही शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया था। स्वजन ने पुलिस से शव लेकर कमसेरा- बंगरा मार्ग पर जाम लगा लिया। एसडीएम पुष्कर नाथ चौधरी व सीओ जालौन संतोष कुमार ने मृतक के स्वजन को आर्थिक मदद का अश्वासन दिया। एक घंटे बाद नाराज लोगों ने जाम हटाया। एसडीएम ने कहा कि यह मानवीय चूक हुई है। मृतक के स्वजन को किसान बीमा योजना समेत अन्य योजनाओं का लाभ दिलाया जाएगा।