हिंदी भाषा का प्रयोग सामान्य रूप से कर, इसे राज्य भाषा से राष्ट्र भाषा बनाएं
हर वर्ष 14 सितंबर को देश में हिंदी दिवस के रूप में मनाया जाता है. यह दिन हिंदी भाषा के महत्व को पहचानने और युवा पीढ़ी को इसके अधिक उपयोग करने के लिए प्रोत्साहित करता है. दुनिया भर में लगभग 120 मिलियन लोग दूसरी भाषा के रूप में हिंदी बोलते हैं, और 421 मिलियन से अधिक लोग इसे अपनी मातृभाषा के रूप में बोलते हैं।
- विश्व की तीसरी सर्वाधिक प्रयोग में आने वाली भाषा है "हिंदी"
- हिंदी हमारी राज भाषा होने के साथ ही भारत के साथ ही विश्व में तीसरी सर्वाधिक बोलचाल में प्रयोग लायी जाने वाली भाषा है, जिसका प्रयोग हमे गर्व से करना चाहिए:-मुख्य विकास अधिकारी
कानपुर देहात, अमन यात्रा : हर वर्ष 14 सितंबर को देश में हिंदी दिवस के रूप में मनाया जाता है. यह दिन हिंदी भाषा के महत्व को पहचानने और युवा पीढ़ी को इसके अधिक उपयोग करने के लिए प्रोत्साहित करता है. दुनिया भर में लगभग 120 मिलियन लोग दूसरी भाषा के रूप में हिंदी बोलते हैं, और 421 मिलियन से अधिक लोग इसे अपनी मातृभाषा के रूप में बोलते हैं। इसी भाषा को राष्ट्र भाषा और सभी के मध्य इसके महत्ता को समझाने हेतु आज जिलाधिकारी नेहा जैन की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में दीप प्रज्वलन कर हिंदी दिवस पर आयोजित कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। कार्यक्रम में केंद्रीय विद्यालय माती व जवाहर नवोदय विद्यालय माती के छात्र छात्राओं द्वारा प्रतिभाग किया गया, जिसमें उनके मध्य निर्णायक मण्डल के समक्ष लघु क्षणिका, कविता गायन व प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।
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प्रतियोगिता उपरान्त निर्णायक मण्डल द्वारा निर्णय में लघु क्षणिका एवं कविता प्रतियोगिता में केंद्रीय विद्यालय को विजयी घोषित किया गया व प्रश्नोत्तरी कार्यक्रम में केंद्रीय विद्यालय व जवाहर नवोदय विद्यालय को एक समान अंक मिलने पर समान रूप से विजयी घोषित किया गया। प्रतियोगिता उपरान्त जिलाधिकारी द्वारा विजयी दल को विजय स्मारक “ट्रॉफी” देकर सम्मानित किया गया व छात्र छात्राओं को उनके द्वारा किये गए उच्च प्रदर्शन हेतु बधाई भी दी। तदोपरान्त जिलाधिकारी द्वारा अपने उद्बोधन में सभी को हिंदी भाषा का सर्वाधिक प्रयोग अपने जीवन में करने के साथ ही अपने बच्चों को हिंदी भाषा का तिरस्कार न करते हुए उसे गर्व से अपनाने हेतु कहा। इसी दौरान मुख्य विकास अधिकारी सौम्या पाण्डेय द्वारा भी सिलिकन वैली के सॉफ्टवेयर में हिंदी भाषा को एक वैज्ञानिक भाषा के रूप में प्रयोग किये जाने का उदाहरण देते हुए कहा कि हिंदी हमारी राज भाषा होने के साथ ही भारत के साथ ही विश्व में तीसरी सर्वाधिक बोलचाल में प्रयोग लायी जाने वाली भाषा है, जिसका प्रयोग हमे गर्व से करना चाहिए। इसी क्रम में अपर जिलाधिकारी(वि0/ रा0) जे पी गुप्ता द्वारा एक कविता के माध्यम से हिंदी भाषा को अपने शब्दों में अलंकृत किया गया।
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तदोपरान्त वरिष्ठ कोषाधिकारी के के पाण्डेय के कुशल संयोजन में विभिन्न जिलास्तरीय अधिकारियों द्वारा हिंदी भाषा में अपना मंतव्य रखा व कविता गायन भी किया। इसके उपरांत वरिष्ठ कोषाधिकारी के नेतृत्व में जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी रिद्धी पाण्डेय व वित्त एवं लेखाधिकारी शिवा त्रिपाठी द्वारा विभिन्न लेखकों की पंक्तियों के उच्चारण करते हुए प्रश्नोत्तरी अधिकारियों के मध्य की गई, जिसमें सभी द्वारा हर्षोल्लास के साथ प्रतिभाग किया गया। कार्यक्रम के दौरान अपर जिलाधिकारी(वि0/रा0) जे पी गुप्ता, अपर जिलाधिकारी प्रशासन केशव नाथ गुप्ता, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ0 ए0 के0 सिंह, जिला वानिकी अधिकारी अनिल कुमार द्विवेदी, अतिरिक्त मजिस्ट्रेट अविनाश कुमार गौतम, जिला विकास अधिकारी गोरखनाथ भट्ट, जिला सूचना अधिकारी नरेंद्र मोहन, केंद्रीय विद्यालय से शचि शुक्ला, आस्था मिश्रा, लकी सचान, अद्युत सिंह, प्रांशु मिश्रा सहित अभिभावक के रूप में अध्यापक रंजीत कुशवाहा, जवाहर नवोदय विद्यालय से श्रेया गुप्ता, अंशिका माथुर, विक्रम, अश्वनी कुमार, यशी देव, प्रशांत सहित अन्य जनपद स्तरीय अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित रहे।