गोमती नदी में मरने लगीं मछलियां,अपने आप उछलकर आने लगीं बाहर,पकड़ने वालों की हो गई मौज
प्रचंड गर्मी का कहर इस कदर है कि गांव के ताल-तलैया से लेकर नदियां तक सूख रही हैं।इसी कड़ी में गोमती नदी का भी जलस्तर कम होता जा रहा है,जिससे गोमती में मछलियां मर रही हैं। नदी में पानी कम और गर्म होने से हजारों मछलियां मरकर ऊपर आ गईं।वहीं गोमती नदी के आसपास रहने वाले लोग जब मछली पकड़ने पहुंचे तो यह नजारा देख हैरान रह गए।घटना शहर कोतवाली क्षेत्र के ओलांदगंज के विसर्जन घाट की है
जौनपुर। प्रचंड गर्मी का कहर इस कदर है कि गांव के ताल-तलैया से लेकर नदियां तक सूख रही हैं।इसी कड़ी में गोमती नदी का भी जलस्तर कम होता जा रहा है,जिससे गोमती में मछलियां मर रही हैं। नदी में पानी कम और गर्म होने से हजारों मछलियां मरकर ऊपर आ गईं।वहीं गोमती नदी के आसपास रहने वाले लोग जब मछली पकड़ने पहुंचे तो यह नजारा देख हैरान रह गए।घटना शहर कोतवाली क्षेत्र के ओलांदगंज के विसर्जन घाट की है।बता दें कि प्रचंड गर्मी से फिलहाल जगह-जगह बारिश होने से लोगों को राहत मिली है,लेकिन इससे पहले पारा 45 डिग्री के पार होने से लोग परेशान थे।गर्मी और लू से जानवरों का भी हाल-बेहाल था।वहीं अंबेडकरनगर के बसखारी विकासखंड क्षेत्र के मसड़ा झील में भी मछलियों के मरने की घटना सामने आई है।
दरअसल तेज गर्मी और लगातार जलस्तर कम होने से मछलियों की मौत हो रही है। लगभग 20 क्विंटल मृत मछलियों को एकत्र कर गड्ढा खोदकर उसमें दबवा दिया गया।इससे लोगों को थोड़ी राहत मिली।सूबे की राजधानी लखनऊ में भी गोमती नदी में मछलियों के मरने की खबर सामने आई है।पानी में ऑक्सीजन की मात्रा कम होने से मछलियां मर रही हैं।बीते रविवार को काफी संख्या में मछलियां नदी में उतराती हुई दिखाई दी।सुबह के समय जब कुछ संस्थाएं नदी की सफाई के लिए पहुंचीं तो पता चला कि हजारों मछलियां नदी में उतरा रही हैं।लोगों ने इसकी जानकारी सिंचाई विभाग को दी।