अब चुप नहीं रहना: रसूलाबाद से सिकंदरा तक, कानपुर देहात पुलिस ने महिलाओं को दी सुरक्षा हेल्पलाइन की जानकारी
मिशन शक्ति 5.0: चौपालों के माध्यम से कानपुर देहात पुलिस ने ग्रामीण महिलाओं को किया सशक्त
कानपुर देहात। महिला सुरक्षा, सशक्तिकरण और कानूनी अधिकारों के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए, पुलिस अधीक्षक महोदया श्रद्धा नरेन्द्र पाण्डेय के निर्देशानुसार, कानपुर देहात पुलिस द्वारा “मिशन शक्ति 5.0” अभियान के तहत व्यापक जागरूकता कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। इसी क्रम में, जनपद के विभिन्न थानों की पुलिस टीमों ने ग्रामीण क्षेत्रों में पहुंचकर ‘चौपाल’ लगाकर महिलाओं एवं बालिकाओं को सीधे तौर पर जागरूक किया।
इन गाँवों में हुआ चौपालों का आयोजन
इस विशेष अभियान के तहत, पुलिस टीमों ने कई गाँवों को कवर किया। प्रमुख रूप से थाना रसूलाबाद द्वारा ग्राम समायू, थाना सट्टी द्वारा प्राथमिक विद्यालय सट्टी, थाना भोगनीपुर द्वारा ग्राम डीग, थाना डेरापुर द्वारा ग्राम बड़ागांव भिक्खी, थाना रनियां द्वारा ग्राम फत्तेपुर रोशनाई, थाना शिवली द्वारा ग्राम ककरमऊ, थाना मंगलपुर द्वारा ग्राम लक्ष्मणपुर व धरमपुर और थाना सिकन्दरा द्वारा ग्राम मिरगांव में चौपालों का आयोजन किया गया।
महिलाओं को कानूनी अधिकारों और सहायता तंत्र की जानकारी
इन चौपालों का मुख्य उद्देश्य महिलाओं को उनके अधिकारों और उपलब्ध सहायता तंत्र से सीधे रू-ब-रू कराना था। पुलिस ने महिलाओं/बालिकाओं को उनके विरुद्ध होने वाले अपराधों जैसे छेड़छाड़, यौन शोषण, पीछा करना (स्टॉकिंग), घरेलू हिंसा और साइबर अपराध से बचाव के बारे में विस्तृत जानकारी दी। उन्हें यह समझाया गया कि किसी भी प्रकार की हिंसा या उत्पीड़न की स्थिति में शांत न रहकर तुरंत पुलिस और हेल्पलाइन नंबरों की मदद लें।
महिलाओं को थानों में स्थापित ‘महिला हेल्प डेस्क’ की भूमिका और कार्यप्रणाली से परिचित कराया गया। साथ ही, मिशन शक्ति केंद्रों द्वारा प्रदान की जाने वाली मनोवैज्ञानिक और कानूनी सहायता की भी जानकारी दी गई।
डिजिटल सुरक्षा और बच्चों की समझ
जागरूकता कार्यक्रम में डिजिटल सुरक्षा पर विशेष जोर दिया गया। महिलाओं को सोशल मीडिया पर निजी जानकारी साझा करने से जुड़े खतरों, ऑनलाइन धोखाधड़ी व साइबर बुलिंग से बचने के उपाय बताए गए, और अज्ञात लिंक या संदिग्ध संदेशों से सतर्क रहने की सलाह दी गई। बालिकाओं को गुड टच और बैड टच की समझ दी गई, ताकि वे किसी भी असहज स्थिति में तुरंत विश्वसनीय व्यक्ति या पुलिस से संपर्क कर सकें।
कार्यक्रम में वूमेन पावर लाइन 1090, पुलिस आपातकालीन सेवा 112, चाइल्ड हेल्पलाइन 1098, और साइबर अपराध शिकायत हेल्पलाइन 1930 सहित अन्य महत्त्वपूर्ण हेल्पलाइन नंबरों की जानकारी दी गई। इन चौपाल कार्यक्रमों में ग्राम प्रधान, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, शिक्षक-शिक्षिकाओं सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण महिलाओं, युवतियों और स्थानीय नागरिकों ने भाग लिया, जिससे यह सामुदायिक सहभागिता का एक सार्थक प्रयास सिद्ध हुआ।
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