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सम्पादकीय

उदारता की बजाय पड़ोस में सजगता की जरूरत है :प्रियंका सौरभ

( भारत के लोकतांत्रिक मूल्यों और विचारों को रचनात्मक रूप से प्रचारित करके क्षेत्रीय राज्यों के साथ अपने सभ्यतागत संबंधों… Read More

5 years ago

एक युद्ध, प्रदूषण के विरुद्ध : डॉo सत्यवान सौरभ

( हमने देख लिए है कि सिर्फ अदालती आदेशों के भरोसे हम इस समस्या से नहीं लड़ सकते. तभी तो… Read More

5 years ago

मैला ढोने वालों की दुर्दशा : प्रियंका सौरभ

( 28 साल पहले एक कानून के माध्यम से इस पर प्रतिबंध लगाने एवं तकनीकी प्रगति के बावजूद, मानव अधिकारों… Read More

5 years ago

कैसे रुक पाएंगे बाल तस्करी और बाल विवाह : डॉo सत्यवान सौरभ

(बच्चे हमारी वोट बैंक राजनीतिक भागीदारी के लक्ष्य नहीं है। इसलिए, सरकार में बच्चों की न्यूज़ फ्रंट पेज नहीं है।… Read More

5 years ago

कृषक समाज और उनका मित्र केंचुआ : रामसेवक वर्मा

  भारत एक कृषि प्रधान देश है। यहॉ सत्तर फीसदी लोग किसी न किसी रूप में कृषि से जुडे. हुए… Read More

5 years ago

पर्यावरण का बिगडता संतुलन और मानव जीवन

भारत ही नहीं सम्पूर्ण ब्रह्माण्ड का वह भाग जहॉ जीवन की झलक है, आज पर्यावरणीय प्रदूषण से प्रभावित हुआ है।… Read More

5 years ago

व्यायाम और उसका महत्व

           ज्यादातर लोगों का यही सोचना है कि हम जितना अच्छा आहार लेंगे, हमारा स्वास्थ्य उतना ही अच्छा होगा ।… Read More

5 years ago

जल ही जीवन का आधार है

  पृथ्वी पर उपस्थित समस्त जीव जन्तुओं और वनस्पतियों के लिए जल अत्यन्त महत्त्वपूर्ण है क्योंकि जल के बिना कोई… Read More

5 years ago

कैलेण्डर का उद्भव और विकास

                       पृथ्वी पर मानव जीवन के उद्भव के साथ उसके ज्ञान में शनै-शनै  प्रगति हुई। मानव सभ्यता के विकास… Read More

5 years ago

आनलाईन शिक्षा वर्तमान से उपजता शिक्षण का नवल पथ : प्रमोद दीक्षित मलय 

मानव जीवन कभी एकांगी और एकरस नहीं होता है। उसमें जीवनानुभवो के विविध पक्ष एवं इंद्रधनुषी रंग समाये होते हैं।… Read More

5 years ago

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