साहित्य जगत
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“अनुराग अबतक है”
“अनुराग अबतक है” हो गये तुम दूर पर अनुराग अबतक है। डस रहा मुझको विरह का नाग अबतक है।…
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सत्ता विहीन सख्श नही किसी काम का मान,सम्मान भी नही पूरा उसे मिलता अपने नाम का
राजनीति की बात करे या करे सामान्य जन जीवन की तो सत्ता की अहम भूमिका हैं उसमें हर किरदार, हर…
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स्वार्थ और लालच की राजनीति में कहां खड़े हैं हम देश और प्रदेश के निवासी
स्वतंत्र भारत में कुछ वर्षों पूर्व तक हम सब जब किसी रेल यात्रा पर निकलते थे तो स्टेशनों पर इंतजार…
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गांव के गलियारे, शहरों में वो अपनत्व कहां
गांव के गलियारे शहरों में वो अपनत्व कहां जो हैं गांव के गलियारे में सुकून हैं,नीम की छांव हैं l…
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“अलविदा स्वर साम्राज्ञी लताजी”
28 सितंबर 1929 को जन्मी स्वर कोकिला। जिनके सानिध्य में संगीत का आनंद सबको मिला॥ आपकी आवाज ने दी थी…
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हिंदी का गणित
हर तारीख़ का अपना इतिहास और महत्व होता है। इसी प्रकार 10 जनवरी हिंदी प्रेमियों के लिए काफ़ी अहम है।प्रत्येक…
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“राष्ट्रीय युवा दिवस”
प्रति वर्ष 12 जनवरी को मानते हम राष्ट्रीय युवा दिवस। विवेकानन्दजी ने किया था तम का विध्वंस॥ इसी दिन हुआ…
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the नियोजित शिक्षक’ के बहाने कई नए शब्दों की हुई खोज
हिंदी भाषा में कई नए शब्दों के अन्वेषक -लेखक तत्सम्यक् मनु रचित दूसरे उपन्यास ‘the नियोजित शिक्षक’ पढ़कर मन ‘गार्डन-गार्डन’…
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अश्रु
बहते है अश्क ही आंखो के द्वार से खुशी हो तो भी बहेंगे ये गम में तो बहने का दस्तूर…
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गडबी की धुंधली दिवाली
साल में कई त्योहार आते हैं और हम भी खुशी खुशी मनातें हैं।लेकिन दिवाली तो सब से महत्व का त्यौहार…
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